जिंदगी से कभी दूर जाना नहीं
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** (रचनाशिल्प:फ़ाइलुन×४, २१२ २१२ २१२ २१२) जिंदगी से कभी दूर जाना नहीं। राह मुश्किल बड़ी,जी चुराना नहीं। दिल परेशां अगर हो जहां में कभी, आप फिर भी किसी से जताना नहीं। ऐ मेरे हमसफ़र हार कर जिंदगी, दर्द-ए-गम का आँसू बहाना नहीं। प्यार की चाह में जो भटकना पड़े, … Read more