चलो अयोध्या धाम

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** चलो अयोध्या धाम,विराजेंगे अपने श्रीराम। कभी राम झुठलाये जाते,नकली चरित बताये जाते।आतंकी बाबर के सम्मुख-मनगढ़ंत कहलाये जातेllकैसी भी हो रात,किन्तु होती है सुबह ललाम। वंशज…

Comments Off on चलो अयोध्या धाम

सबको मीत बनाएँ

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************************ आओ जीवन गीत बनाएँ।मिलकर सबको मीत बनाए॥ सुख तो आता है जाता है,मन को यूँ ही ललचाता है।दु:ख देता है मन को शक्ति,कहता कर लो…

2 Comments

स्वच्छता को अपनाओ सब

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** चल पड़ी है टोली आज,नया कर दिखाने की।छोटे बच्चों की कोशिश है,बड़ों को समझाने की॥ चिंटू-मिंटू झाड़ू लाये,रिंकू लाये कूड़ा दान।साफ सफाई करे सभी,जैसे…

Comments Off on स्वच्छता को अपनाओ सब

बारिश की हम धूम मचाएं सावन में

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*********************************************************** रिमझिम मेघा बरसे अपने आँगन में,बारिश की हम धूम मचाएं सावन में। पेड़ों पर हम झूला डालें,सखियों संग-संग झूलेंगे।ऊँचे-ऊँचे पग बढ़ाकर,गीतों के अब स्वर गूँजेंगे।खुशियों की…

Comments Off on बारिश की हम धूम मचाएं सावन में

रामलला का संदेश

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** अवधपुरी में रामलला के,मंदिर का निर्माण।अंतर मन से श्रेष्ठ बनें तब,होगा जग कल्याण॥ हृदय बसाएँ प्रेम भाव को,कहते हैं श्रीराम,मानवता की राह चले सब,कर लें जग…

Comments Off on रामलला का संदेश

हो राम राज्य जग में

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************************* हे राम तुम्हारा प्रिय मंदिर,हो अखिल विश्व के जन-मन मेंमानस में चरित तुम्हारा हो,तुम बसे रहो जन-जीवन में। हों अश्रु किसी की आँखों में,तो बहे दूसरों के दु:ख…

Comments Off on हो राम राज्य जग में

तेरे रूठने से

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** सुकेशी,तेरे रुठने से,चंचलता मेरी रूठ गई।खुशियों का कोई रिश्ता है,तेरे-मेरे इस बंधन में॥ देवी क्या तुझको पता नहीं,जब मेरा मन इठलाता है।मन तेरा भी…

Comments Off on तेरे रूठने से

कैद जिंदगी

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************************* हाय तपस बढ़ती जाती है,भाग रहा मन हमें छोड़कर बंद कक्ष में कैद जिंदगी, जाये,बंधन कहां तोड़कर।`कोरोना` यमदूत चतुर्दिक, खड़ा भुजाएं निज फैलायेएक-एक को निगल रहा है, मानव…

Comments Off on कैद जिंदगी

सकारात्मक सोच के माने

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** सकारात्मक सोच के माने,अच्छाई हर बात में जानें।परम पिता के किये ईशारे,की गहराई को पहचानेंll सकारात्मक सोच जहन में,अगर बो दिया जाता लोगों।शजर वही…

Comments Off on सकारात्मक सोच के माने

पानी बरसा दे या रब

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** पानी बरसा दे या रब तो तर जाएंगे।वरना,बेमौत सारे ही मर जाएंगे॥ पालने वाले हमसे क्यों नाराज है,तेरी रेहमत पे सबको बड़ा नाज है।तू…

Comments Off on पानी बरसा दे या रब