मंदिर से लेकर युद्ध तक रानी का शौर्य आज भी जीवन्त

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ इमेजीन ग्रुप ऑफ कंपनीज़(झाँसी) की ओर से `राष्ट्रीय हिन्दी साहित्य सम्मेलन` में उपस्थित रहने का निमंत्रण प्राप्त हुआ। २२ फरवरी २०२० को होटल एमबीन्स में सम्मेलन था,जिसमें देशभर से साहित्यकार उपस्थित थे। उस सम्मेलन में ‘मीडिया का हिन्दी साहित्य पर प्रभाव` विषय पर आलेख और `तुम बिन सूनी गलियां` कविता प्रस्तुत … Read more

ट्रेन और शौचालय…!!

तारकेश कुमार ओझा खड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************************** ट्रेन के शौचालय(टॉयलेट्स) और यात्रियों में बिल्कुल सास-बहू-सा संबंध है। पता नहीं, लोग कौन-सा असंतोष इन शौचालय पर निकालते हैं। आजादी के इतने सालों बाद भी देश में चुनाव शौचालय के मुद्दे पर लड़े जाते हैं। किसने कितने शौचालय बनवाए,और किसने नहीं बनवाए,इस पर सियासी रार छिड़ी रहती … Read more

पर्यटकों को बरबस खींचता इस्कॉन मंदिर

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भुवनेश्वर यात्रा……….. ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर राज्य का सबसे बड़ा शहर है,जिसे भारत के पूर्वी हिस्से का सांस्कृतिक केन्द्र माना जाता है। ऐतिहासिक मंदिर और अपनी गौरवशाली विरासत के कारण इस शहर को `टेम्पल सिटी` के रूप में भी जाना जाता है। यह शहर हिंदू,जैन और बौद्ध संस्कृति में … Read more

खंडगिरि और उदयगिरि की पहाड़ियाँ

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भुवनेश्वर यात्रा………….. लिंगराज मंदिर,परशुरामेश्वर मंदिर,मुक्तेश्वर मंदिर और सिद्धेश्वर मंदिर के दर्शन के बाद हमारा अगला लक्ष्य उदयगिरी और खंडगिरी की पहाड़ियों को प्रत्यक्ष देखने का था…। भुवनेश्वर के बाहरी भाग में शहर से करीब ८ किमी दूर स्थित ये पहाड़ियां ओडिसा की सांस्कृतिक धरोहर हैं। इन पहाड़ियों पर प्राचीन … Read more

केदार गौरी मंदिर

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भुवनेश्वर यात्रा ……. भुवनेश्वर के मंदिर अपनी स्थापत्य कला और वास्तु वैभव के लिए दुनियाभर में जाने जाते हैं। इस पुण्यभूमि पर स्थित लिंगराज मंदिर,परशुरामेश्वर मंदिर और मुक्तेश्वर मंदिर के दर्शन के बाद हमें केदार गौरी मंदिर के दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। भुवनेश्वर के ८ अष्टशंभू मंदिरों … Read more

दिलदार दोस्त और बेहतरीन परिवार

अजय जैन ‘विकल्प’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** दोस्तों,बड़े दिनों क्या,लंबे अंतराल के बाद इस बार छुट्टी यानि सफर का दिलकश मजा उठाया है..जिसमें ‘फेसबुक फ्रेंड’ ने ऐसी दोस्ती निभाई कि,रिश्तेदार को पीछे छोड़ते हुए नया रिश्ता कायम किया है..। तो बात ये है कि,दिल्ली के सफर पर इन्दौर से एक साथी को लेकर ८ जनवरी की शाम … Read more

शांति निकेतन

  डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भाग-७…… बोलपुर में शांति निकेतन,विश्वभारती और सृजनी शिल्पग्राम के भ्रमण के बाद हमारा अगला लक्ष्य कंकालितला मंदिर के दर्शन का था…l माँ काली को समर्पित यह प्रसिद्ध मंदिर बोलपुर से करीब १० किमी की दूरी पर स्थित है…l पश्चिम बंगाल लोक कला और संस्कृति के साथ धार्मिक आस्था … Read more

शांति निकेतन

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भाग ५….. श्रीनिकेतन क्षेत्र में स्थित ‘सृजनी शिल्पग्राम’ की चर्चा के बगैर शांति निकेतन यात्रा का संस्मरण पूरा नहीं हो सकता…l भव्य प्रवेश द्वार, सुंदर सड़क और सड़क के दोनों तरफ लहराते हरे-भरे पेड़ परिसर के अंदर प्रवेश करते ही मन मोह लेते हैं…l इस शिल्पग्राम की बनावट एक … Read more

शांति निकेतन

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भाग-४……… शांति निकेतन’ के अनुभव को यदि संक्षेप में बताना हो तो कह सकता हूँ कि वहां से लौटने के बाद व्यक्ति के अंदर एक लघु ‘शांति निकेतन’ का निर्माण हो जाता है..। ‘शांति निकेतन’ की स्मृति एक प्रेरणा स्रोत बन कर हमेशा नवनिर्माण के लिए प्रेरित करती रहती … Read more

शांति निकेतन

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भाग -३……. कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव की जरूरत महसूस करते थे। उनके मन में एक ऐसे संस्थान की परिकल्पना थी,जहां शिक्षा का मतलब केवल किताबों में सिमटना न हो। वे चाहते थे बच्चे बंद कमरों से बाहर निकलकर प्रकृति के साथ जुड़ना सीखें। कहीं उन्होंने … Read more