माँ तुझे सलाम

डॉ.हरेन्द्र शर्मा ‘हर्ष’ बुलन्दशहर (उत्तरप्रदेश) ********************************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. चारों ओर घनघोर अंन्धकार पूर्ण रात्रि व्याप्त है। कमान्डर का आदेश है कि,रात्रि में ही पीपलनाल पहाडी़ पर आक्रमण कर कब्जा जमाना है,जिससे कि दुश्मन को भनक तक न लग सके। दुश्मन पहाड़ की ऊँची चोटी पर बेखबर होकर विराजमान है,और वह तलहटी में … Read more

अप्पू

सविता सिंह दास सवि तेजपुर(असम) ************************************************************************* सुबह-सुबह किसी के दरवाज़ा खटखटाने से मेरी नींद खुल गई। चारों तरफ जंगल,यहाँ कौन मुझसे मिलने आया होगा। आज तो हरि काका भी छुट्टी पर है,चलो देखते हैं,सोचकर आँखें मलता हुआ मैं दरवाजे की ओर बढ़ा। खिड़की से बाहर देखा तो चौंक गया,अरे ये तो छोटा-सा हाथी का बच्चा है। … Read more

जाओ बच्चों तुम स्कूल

सूरज कुमार साहू ‘नील` भोपाल (मध्यप्रदेश) ***************************************************************** बच्चों तुमको अब रूकना नहीं,जाना है स्कूल, बहुत घूम लिए गर्मी में और बहुत खेल लिए धूल। बोलो अब अपनी मम्मी से,करे वह तुम्हें तैयार, जब छोड़ें स्कूल पापा तुम्हें,तभी समझना प्यार। रोना नहीं स्कूल जाने को,पढ़ने पे दो ध्यान, मिलती हो जहाँ देशभक्ति और सेवा-भाव का ग्यान। … Read more

रंग एक ही है

रणदीप याज्ञिक ‘रण’  उरई(उत्तरप्रदेश) ******************************************************************** १२ वीं कक्षा उत्तीर्ण कर रविन्द्र सोशल मीडिया की दुनिया में प्रवेश कर चुका था। जहाँ उसने देश-दुनिया,रिश्ते, समाज,धर्म,कर्म तथा राजनीतिक मुद्दे जैसी सारी चीजें देख-सुन ली थी और इसी सोशल मीडिया की चकाचौंध भरी दुनिया में रम जाने के कारण रविन्द्र हिन्दू विरोधी पोस्ट और खबरों को देखते-देखते अपने … Read more

बेबी दीदी

वीना सक्सेना इंदौर(मध्यप्रदेश) ************************************************ उस दिन मंदिर में मुझे बेबी दीदी दिखीl बेबी दीदी शर्मा अंकल की बड़ी बेटी थी..और हमारी ही कॉलोनी में रहती थी,परंतु आज वह कुछ अलग ही लग रही थी..बाल पूरे सफेद हो गए थे,चेहरा थका हुआ था..और कपड़े भी कोई खास नहीं पहनी थी..l यह वही बेबी दीदी थी,जो कभी … Read more

सच या झूठ..

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’ बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** हरी आठवीं कक्षा का छात्र था। अचानक वो कक्षा-कक्ष के दरवाजे के सामने आकर गिरा। असल में वो दौड़ते हुए अचानक रुकने की कोशिश में सम्भल नहीं सका,और फिसलकर गिर गया। उठकर अध्यापक से सहमति लेकर कक्षा में गया। अध्यापक जी की डपट पड़ी-“आज फिर देर।” “सरजी साईकिल … Read more

दूसरी माँ की दूसरी बेटी

रितिका सेंगर  इंदौर (मध्यप्रदेश) ****************************************************** आज माँ का श्राद्ध है,इसलिए मीनू अपने मायके आई हुई है,और सुमन ,मीनू की भाभी,पण्डित जी को श्राद्ध सामग्री देते जा रही है। सामग्री लेते हुए पण्डित जी ने कहा,-“भोजन में सब माँ की पसंद की चीजें ही बनाई है नl” । रुंधे मन से मीनू बोली,-“पण्डित जी,माँ ने कभी … Read more

बैंगनी फूलों वाला पेड़

डॉ.स्वाति तिवारी भोपाल(मध्यप्रदेश) ********************************************************** चाणक्यपुरी वाला हमारा सरकारी बंगला,जहां दिल्ली,दिल्ली है ऐसा कम ही लगता। साफ-सुथरा वीआईपी एरिया। इतनी हरियाली दिल्ली के किसी और इलाके में शायद ही देखने को मिले। हमारे घर के सामने तो जैसे सघन अशोक वाटिका ही बनी थी। यह एक हरा-भरा सरकारी बगीचा है। बगीचे में तमाम तरह के पेड़-पौधे … Read more

उत्तराधिकारी

डॉ.स्वाति तिवारी भोपाल(मध्यप्रदेश) ********************************************************** ”मरने के बाद कितना निर्विकार लगता है चेहरा ?” ”एकदम निर्मल पानी की तरह स्वच्छ। लगता है बस अभी उठेंगे और आवाज लगाएंगे-समर…l” जिज्जी की निर्मल आत्मा अपने भाई के निर्विकार चेहरे को पढ़ रही थी। ”हाँ,प्राणविहीन चेहरे निर्विकार ही होते हैं! विकार तो सारे जीवित अवस्था में ही फलते-फूलते हैं।” … Read more

आत्मनिर्भर

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** “उमा,कब तक दूसरों के बच्चों से खेलती रहोगी ? अब अपना भी सोचो।” पास खड़ी मिसेज शर्मा ने कहा। उमा बस-“जी चाची जी” ही कह पायी,अब कहे भी क्या ? ऐसी बातों से अब अक्सर उसे दो- चार होना ही पड़ता है। शादी के पाँच वर्ष बाद भी उसकी गोद … Read more