राष्ट्र,राष्ट्रीयता और राष्ट्रभाषा हिन्दी

प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी दिल्ली *************************************************************************** राष्ट्रभाषा को समझने से पहले राष्ट्र और राष्ट्रीयता शब्दों को समझना असमीचीन न होगा और राष्ट्र को समझने के लिए देश और जाति की…

Comments Off on राष्ट्र,राष्ट्रीयता और राष्ट्रभाषा हिन्दी

अब तो संवैधानिक रुप से सिंहासन पर बैठाओ

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* हिंदी जानती है उसे सतत् बहते रहना है, बहते-बहते ही उसे यहाँ अक्षुण्ण रहना हैl मर जाते हैं लोग वो जो जड़ से टूटे हों,…

Comments Off on अब तो संवैधानिक रुप से सिंहासन पर बैठाओ

चलो बाढ़ का मजा लें

हेमेन्द्र क्षीरसागर बालाघाट(मध्यप्रदेश) *************************************************************** देश में इन दिनों चहुंओर मानसूनी बारिश खूब बरस रही है। सालों बाद जरूरत के मुताबिक ऐसी बारिश देखने को मिली। हाँ,बरखा से जन व जमीन…

Comments Off on चलो बाढ़ का मजा लें

बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने का मोदी संकल्प

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दूसरी पारी के सौ दिन पूरे होने के बाद अब प्रकृति-पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण-मुक्ति के लिये सक्रिय हैं। कुशल राजनीतिज्ञ की तरह…

Comments Off on बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने का मोदी संकल्प

मेंढकों का तलाक भी हो गया,अब तो थमो मेघराज…!

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************************************** हाय ये आसमानी आफत! मध्य प्रदेश सहित देश के पश्चिमी हिस्से में मानसून ने जिस अड़ियलपन के साथ डेरा डाल रखा है,उसने बारिश की सारी रोमांटिकता…

Comments Off on मेंढकों का तलाक भी हो गया,अब तो थमो मेघराज…!

हिंदी को अनिवार्यत: करने से ही होगा भला

अजय जैन ‘विकल्प' इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** १४ सितम्बर को एक बार फिर हम 'हिंदी दिवस' मनाने की परम्परागत कोशिश करेंगे,औऱ अगले ११ महीने के लिए भूल जाएंगे। प्रश्न यह है कि…

Comments Off on हिंदी को अनिवार्यत: करने से ही होगा भला

हमारी हिंदी

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. हर व्यक्ति की एक भाषा होती है,जो उसे जन्म से माँ द्वारा मिलती है।मैं सौभाग्यशाली हूँ जो हिंदुस्तान में…

Comments Off on हमारी हिंदी

भारतमाता की बिंदी है हमारी हिंदी

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. पावन पुनीत भारत धरती,पवित्र नदियों से सिंचित,मुकुट मणि गिरिराज ‍हिमालय जिसका प्रहरी और माथे का शुभ्र मुकुट है,जम्मू कश्मीर व हिमाचल…

Comments Off on भारतमाता की बिंदी है हमारी हिंदी

‘हिंदी दिवस’ क्यों मनाया जाता है १४ सितम्बर को ?

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ १९१८ में गांधीजी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए कहा था,हिंदी भाषा को जनहित की भाषा गांधीजी ने बताया…

Comments Off on ‘हिंदी दिवस’ क्यों मनाया जाता है १४ सितम्बर को ?

वैश्विक हिंदी और हम

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. किसी भी राष्ट्र की संस्कृति उस राष्ट्र की भाषा में निहित होती है। भाषा का अनुवाद मात्र करने से संस्कृति में…

Comments Off on वैश्विक हिंदी और हम