आओ,मिलकर `पृथ्वी दिवस` को सार्थक बनाएं

प्रभावती श.शाखापुरे दांडेली(कर्नाटक) ************************************************ विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… सुन मनुज धरा की पुकार, नित सहती है वेदना हजार। आज सुनाऊँ व्यथा निराली, छीनी मुझसे मेरी हरियालीll आज वर्तमान समय में धरा की यह पुकार न जाने कितनों को सुनाई दे रही है। धरा,मनुष्य को रोज पुकार कर कहती है,-“हे मनुज,तू खुद अपना भविष्य खतरे … Read more

धरती को बुखार से बचाएं

डॉ.पूर्णिमा मंडलोई इंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… कितना अजीब लगता है ये शीर्षक पढ़कर-‘धरती का बुखार’ ? जब हमारे शरीर का तापमान बढ़ता है तो हम उसे बुखार कहते हैं,उसी प्रकार धरती का तापमान बढ़ता है तो उसे धरती का बुखार कह सकते हैं। पृथ्वी के इस बढ़े हुए तापमान को विश्व तपन … Read more

महावीर युग फिर से आए

आचार्य डाॅ. लोकेशमुनि नई दिल्ली(भारत) ************************************************************************* महावीर जयन्ती १७ अप्रैल विशेष महावीर जयन्ती सत्संकल्पों को जागृत करने का पर्व है और सबसे बड़ा संकल्प है मनुष्य स्वयं को बदलने के लिये तत्पर हो। सरल नहीं है मनुष्य को बदलना। बहुत कठिन है नैतिक मूल्यों का विकास। बहुत-बहुत कठिन है आध्यात्मिक चेतना का रूपांतरण,और भी कठिन … Read more

आधुनिकता की चकाचौंध में संस्कारों का `अन्तिम संस्कार`

शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** विश्व में भारत एकमात्र ऐसा देश है,जहाँ सभी धर्मों को मानने वाले लोगों का बसेरा है एवं सभी जातियों व संप्रदायों के अनुयायी यहाँ निवासरत हैं। भारत देश प्राचीनकाल में ‘सोने की चिड़िया’ कहा जाता था,क्योंकि यहाँ पर निवासरत समस्त लोगों में एकता और एकजुटता के प्रमुख गुण सहजता से … Read more

हिन्दी की उपेक्षा को चुनावी मुद्दा बनाएं

ललित गर्ग दिल्ली ************************************************************** देश के लोकतांत्रिक इतिहास में सबसे चर्चित होने वाला आसन्न आम चुनाव क्या मुद्दाविहीनता,फूहड़ता,भाषाई अशिष्टता,निजी अपमान के लिये ही याद किया जायेगा ? सवाल है कि क्या हमारी राजनीतिक बिरादरी राष्ट्रीयता एवं राष्ट्रीय प्रतीकों से जुड़े किसी मुद्दे पर कोई सार्थक या गंभीर बहस छेड़ेंगी ? क्या लोकतंत्र का यह महापर्व … Read more

अंतरिक्ष में सैटेलाइट `सर्जिकल स्ट्राइक`

हेमेन्द्र क्षीरसागर बालाघाट(मध्यप्रदेश) *************************************************************** अटूट वादे व अटल इरादे से किसी भी समस्या का हल और मनवांछित फल को हासिल किया जा सकता है,जिसके परिणाम क्रमश: सैन्य,शोध व सामरिक क्षेत्रों में तो परिलच्छित होने लगे हैं। प्रादुर्भाव पहले सर्जिकल स्ट्राइक बाद एयर सर्जिकल स्ट्राइक और अब अंतरिक्ष में सैटेलाइट सर्जिकल स्ट्राइक ने देश को ब्रह्माण्ड … Read more

बेरोजगारी,मंहगाई की प्रगति बताएं प्रधानमंत्री

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** चुनाव २०१९ अपनी चरम सीमा पर है,और इस समय सब जगह भाषा की नीचता बहुत उच्चता पर हैl भाषा का स्तर इतना अधिक इतना गिर चुका है कि यह चुनाव विकास और योजनाओं पर न होकर गाली-गुफ़्ता पर होना चाहिएl गाली से मूल समस्याओं से ध्यान भटकाया जा सकता है,वैसे सब … Read more

चुनावों में युवाओं की महती भूमिका

शम्भूप्रसाद भट्ट `स्नेहिल’ पौड़ी(उत्तराखंड) ************************************************************** युवा देश का स्वर्णिम भविष्य होता है। सबसे बड़ी प्रसन्नता इस बात की है कि हाल में लिए गये आंकड़ों के अनुसार भारत विश्वभर में युवाओं की दृष्टि से सबसे समृद्ध देश है। युवाओं का प्रभाव तथा उनकी देश में बाहुल्यता समृद्ध भविष्य की ओर संकेत है,लेकिन यह युवाओं के … Read more

जानते हुए भी गलत कार्य क्यों करते हैं ?

अमल श्रीवास्तव  बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* अर्जुन ने श्रीकृष्ण से अति सुंदर प्रश्न किया था कि,हर व्यक्ति अपना भला-बुरा,धर्म-अधर्म,पाप-पुण्य,उचित-अनुचित समझता है,फिर भी जबरदस्ती,न चाहते हुए भी पाप और अधर्माचरण में लिप्त क्यों हो जाता है। दुर्योधन ने भी कहा था कि,- “जानामि धर्मम् न च में प्रवृत्ति, जानामि अधर्मम् न च में निवृत्ति।” अर्थात मैं धर्म भी … Read more

भारत रत्न सितारवादक पण्डित रविशंकर चौधरी की यादें

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** ७ अप्रैल जन्मदिन विशेष…… देश के प्रसिद्ध सितारवादक एवं संगीतज्ञ पण्डित रविशंकर चौधरी का जन्म ७ अप्रैल १९२० को बनारस,ब्रिटिश भारत में हुआ था। पश्चिमी बंगाल के एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में इनका जन्म हुआ था। ये एक प्रख्यात वकील के बेटे थे,और दस साल की उम्र में पेरिस चले गए … Read more