दीप-दीप में फर्क

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ************************************************ दीपमलिकाएं इठलाती,लहराती अपना प्रकाश बिखेर दीपावली पर्व को सार्थक करती हुई इतनी हर्षित थी कि,जैसे उनके प्रकाश के बगैर दीपावली का पर्व ही अधूरा हैl वह इस हर्ष में डूबी ही थी कि तेज हवा का झोंका कुछ दीपों के प्रकाश को लील गयाl शेष रोशन दीपक अपनी जीवंतता पर नाज करते … Read more

करवा चौथ

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** घर के सामने से ‘सुमन’ गुजर रही थी,अचानक ‘मीरा’ की नजर उस पर पड़ी। मीरा ने आवाज लगाई-`सुमन! सुमन!` सुमन ने पलट कर देखा,तो मीरा ने पूछा-`तू यहां किसके घर आती है ?`सुमन बोली-`दीदी! यहाँ पास में संगीता भाभी को लड़का हुआ है ना,उसी की मालिश करने आती हूँ।` मीरा का तो खुशी का … Read more

वक्त का फेर

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ************************************************ जलते हुए रावण को देख करीब वृक्ष पर बैठी चिड़िया ने प्रश्न किया-‘रावण दादा! पहले तुमने स्वयं गलती की थी और राम जैसे भगवान से खूब युद्ध किया,किंतु आज बिना किसी विरोध के चुपचाप जल जाते हो,ऐसा क्यों ?’इस पर रावण ने अपनी व्यथा कुछ यूँ प्रगट की-‘चिड़िया रानी! मैं तुम्हें क्या … Read more

देवी

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)*************************************************** जब भी इतवार का दिन होता है। बच्चे सुबह-सुबह ही आकर बरामदे में लगे हमारे झूले पर झूलने आ जाते हैं। आज भी ऐसा ही हुआ। यश और निकिता दोनों भाई-बहन झूला झूल रहे थे,अचानक किसी बात पर दोनों में लड़ाई हो गई। यश ने निकिता को चांटा मार दिया और निकिता … Read more

कल से तीन…

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* “सुलोचना जरा किचन से टिफ़िन तो लाना। मैं टिफ़िन लेना भूल गया और जूते भी पहन लिये हैं।” सचिन ड्रॉइंग रूम से अपनी पत्नी सुलोचना से कहता है। सुलोचना किचन से टिफ़िन लाते हुए (मुस्कुराते हुए),-“यह कौन-सी नई बात है। यह तो रोज का किस्सा हो गया है। सब जानती … Read more

आज़ाद परिन्दे

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़रदेवास (मध्यप्रदेश)******************************************************* नीलिमा विवाह के पश्चात अपनी ससुराल के सारे रीति-रिवाज़ सम्पन्न होने के बाद पहली बार उस शहर में आई,जहाँ उसके पति बैंक अधिकारी थे। अच्छा बड़ा-सा बंगलेनुमा किराए का मकान था,सुख-सुविधा का सारा साज़-ओ-सामान था उस घर में। उसके पति ने विवाह के कुछ महीने पहले ही घर-गृहस्थी का विस्तार होते … Read more

ममता का तोल

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** कमली हा‌ंफती हुई सीना के पीछे पीछे दौड़ रही थी-‘सीना बिटिया! रुक जाओ सीना बिटियाl’लेकिन जब तक वह सीना तक पहुंच पाती,तब तक कमली की आशंका फलीभूत हो चुकी थी और मिताली का तमतमाया स्वर उभरा -‘कमली! तू करती क्या है,एक बच्ची भी नहीं संभाली जाती तुझसेl देख इसने मेरी सफेद जींस … Read more

परिधान

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)********************************************************* एक बार एक धोबी की दुकान पर नेता,अभिनेता,संत और किसान सभी के वस्त्र धुलने को आए। नेता,अभिनेता और संत के वस्त्र अपने अपने मालिकों की बढ़-चढ़कर तारीफ कर रहे थे। नेता जी के वस्त्र बोले,-“मेरा मालिक कलफ लगे सफेद चुन्न…टदार कुर्ता-पायजामा और जैकेट पहन कर हीरो की तरह लगता है। जनता उसका … Read more

दोयम दर्जा

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************************* एक दिन मैं अपनी सहेली श्रुति से मिलने गयी,वो एक इंग्लिश मीडियम हाईस्कूल में हिंदी की शिक्षक है l मैं जब उसके घर पहुँची तब वो नौवीं और दसवीं कक्षा के हिन्दी के पर्चे जाँच रही थीl बातों ही बातों में मैंने भी एक बच्चे का पर्चा उठा लिया और पढ़ने लगीl आश्चर्यजनक…उस … Read more

उजला किरदार

अरशद रसूलबदायूं (उत्तरप्रदेश)**************************************************** डॉ. अमीन का नाम बस्ती में बेहद अदबो- एहतराम के साथ लिया जाता है। २ साल पहले ही तो डॉ. साहब ने कस्बे में आकर क्लीनिक खोला था। उनके यहां दिनभर अच्छी बातें होती रहती थीं। नौजवानों को भलाई की बातें भी बताया करते थे। कस्बे में गमी-खुशी,कुछ भी हो डॉ. साहब … Read more