नौकरी

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** राधा पढ़ाई में शुरू से ही सदा अव्वल रही, लेकिन पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण वह आगे की पढ़ाई जारी रखने में असमर्थ थी, पर राधा आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए कटिबद्ध थी। इसलिए विपरीत परिस्थिति में भी उसने बीए तक की पढ़ाई खुद ट्यूशन पढ़ाकर … Read more

इतना बड़ा झूठ

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** माता-पिता ने बेटी महक की शादी शरीफ़ से करने का फैसला कर लिया, परन्तु परीक्षा निकट होने के कारण विवाह तिथि तय नहीं हो सकी।अचानक एक दिन महक की सोशल मीडिया पर शौर्य से मुलाकात हुई। धीरे-धीरे घनिष्टता ने प्यार की शाल ओढ़ ली। दोनों घंटों परस्पर प्यार में डूबे रहते। शौर्य … Read more

संकल्प

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** लगभग २ साल से वर्षा न होने के कारण असम के सभी चाय बगानों में सूखे की स्थिति बनी हुई थी। शाह जी इसी बात को लेकर बहुत चिंतित थे, क्योंकि उनका बागान भी इससे प्रभावित हो रहा था। कहते हैं जब किसी को अपनी समस्याओं का हल नहीं मिलता है तो … Read more

शिवजी आए द्वार हमारे

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* दोपहर का समय था… “आंटी जी! आंटी जी! इतना लम्बा सांप! जल्दी बाहर आओ…” घबराई-सी प्रियंका की आवाज आई। मैं रसोई में थी, सांप का नाम सुनकर डरती हुई बाहर आई तो देखा बरामदे के दूसरी तरफ नाली में से रेंगता लंबा सांप दीवार के सहारे रखी पत्थर की लम्बी पट्टी के … Read more

तेरी-मेरी कहानी

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* “हैप्पी वेलेन्टाइन डे, माय डियर, एंड आय लव यू।” कहते हुए सुनील ने एक रेड रोज पत्नी रत्ना के हाथ में दे दिया।“आय लव यू टू, माय लाइफ।” कहते हुए रत्ना ने अपनी खुशी व्यक्त की।इस पर दोनों ठीक चार दशक पहले की कॉलेज की यादों में खो गए।“सुनील जी! क्या … Read more

सम्मान की शॉल

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* वह सर्दी की एक रात थी। शहर के समीप के कस्बे में कवि सम्मेलन का आयोजन था। शरद के जीवन का वह पहला कवि सम्मेलन था। शरद ट्रेन पकड़कर भाग लेने पहुंचा था। काव्यपाठ भी अच्छा ही रहा था।शरद बड़ा खुश था, उसे भी अन्य कवियों के साथ शॉल ओढ़ाकर सम्मानित … Read more

चुन्नू की अच्छी सोच

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** एक बार चुन्नू पड़ोसी के घर में रखे दहेज के सामान को देख रहा था।;फ्रीज, कूलर, कुर्सी, टेबल, सोफ़ा सेट, अलमारी सभी सामान अभी बाहर ही रखे थे।पड़ोसी ने प्यार से चुन्नू को अपने पास बुलाया और कहा,-“बैठोगे सोफे पर, आओ बैठो। जानते हो ये सब सामान मुझे कहाँ से मिला है … Read more

नई शुरुआत

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* ‘चलो,जैसे साल बीता,वैसे गिले-शिकवे की बीती बातें भूल जाओ! क्यों हठ करती हो बच्चों जैसी ? इतने साल बीत गए हैं साथ रहते,हम दोनों उन्हीं किनारों को पकड़े खड़े हैं,देखो,क्यों न नए साल में एक नई शुरुआत करते हैं। ‘“कौन-सी नई शुरुआत..!”“यही दिनभर चुप रहते हैं,एक-दूसरे का ख्याल रखते हुए दिन … Read more

बैसाखी

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)******************************** “अब खा भी लो सुलभा,कल से तुमने कुछ भी नहीं खाया है.. तुम्हें इस तरह ख़ामोश देखकर मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता..क्या हुआ कल वेद का कॉल नहीं आया तो… आज आ जाएगा…! हो सकता है उसे ऑफ़िस में काम ज़्यादा होने के कारण समय ही न मिला हो… पर तुम हो … Read more

ममता का आँचल

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… बुजुर्ग दया बहुत गरीब थी। अकेली रहती थी, बस मिट्टी से घड़े,दीपक आदि बना कर कैसे भी गुजर-बसर करती थी। पिछले साल ‘कोरोना’ की आपदा क्या आई,पड़ोस में रहने वाली विधवा शीला ३ बच्चों को छोड़ कर ‘कोरोना’ के गाल में समा गई। तीनों बच्चे अनाथ हो … Read more