छेदों से छलनी हुई थाली

राकेश सैनजालंधर(पंजाब)*********************************************************** ‘आपने मेरे भाई के बारे पढ़ा है और मैने अपने भाई को पढ़ा है।’ ‘हसीना पार्कर’ फिल्म की नायिका जो कुख्यात आतंकी दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना की भूमिका में है पुलिस वालों के समक्ष अपने भाई की महानता का बखान करती है। ये छवि सुधारक संवाद फिल्म के कथानक की मांग है … Read more

हिन्दी में ‘दिनकर’-सा दैदीप्यमान कवि कहाँ

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)******************************************************** राष्ट्रकवि रामधारी सिंह जयंती-२३ सितम्बर विशेष……………… कवि कुलभूषण रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को श्रोता-पाठक ‘राष्ट्र कवि’ कहते हैं। किसी देश के संविधान में राष्ट्रगान,राष्ट्रगीत, राष्ट्रीय झंडा,राष्ट्रभाषा (भारत में राजभाषा),राष्ट्रीय चिह्न आदि का विधान है,पर राष्ट्रकवि का कहीं विधान नहीं है। वैसे हमारे देश में कविवर रामधारी सिंह ‘दिनकर’ राष्ट्रकवि की … Read more

ससुराल हेल्प लाइन

नवेन्दु उन्मेषराँची (झारखंड) ***************************************************** इन दिनों खबर आ रही है कि देश के कई इलाके में लोग घर में बैठे-बैठे पत्नी से लड़ रहे हैं। इसलिए देश के गृहस्थी मंत्रालय ने पति हित में एक निर्देश जारी किया कि,पत्नी से लड़ो,मगर पत्नी विषाणु के योद्धाओं से नहीं। पत्नी की ढाल के लिए उनके मायके वालों … Read more

अष्टम अनुसूची के बहाने फिर हिंदी पर वार…

राजनीति:प्रतिक्रिया…. बुद्धिनाथ मिश्र(उत्तराखण्ड)- राजभाषा हिंदी का घर बांटने के लिए जो छोटे दिमाग के लोगों का कई सालों से प्रयास हो रहा है,उसका डटकर मुकाबला जो गिने-चुने लोग कर रहे हैं उनमें डॉ. अमरनाथ प्रथम पंक्ति में हैं। मैंने हमेशा उनका समर्थन किया है और आगे भी करता रहूंगा। कल अमेरिका से एक ऑनलाइन संगोष्ठी … Read more

‘फिल्म नगरी’ बनाना आसान,’बॉलीवुड’ बनाना कठिन!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ********************************************************** ‘बॉलीवुड’ में सुशांत संदिग्ध मौत प्रकरण,भाई- भतीजावाद,नशा प्रकरण,यौन शोषण और हल्के स्तर की राजनीति के बाद नया कोण एक नया प्रति-बॉलीवुड खड़ा करने की उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ताबड़तोड़ घोषणा है। योगी ने कहा कि उप्र में देश की सबसे खूबसूरत फिल्म सिटी(नगरी) बनेगी। आज देश को एक नई … Read more

मानवीय-चेतना के अभ्यासी और हिंदी के पुरोधा संत विनोबा भावे

प्रो. गिरीश्वर मिश्रदिल्ली********************************************************** एक ओर दुःस्वप्न जैसा कठोर यथार्थ और दूसरी ओर कोमल आत्म-विचार! दोनों को साथ ले कर दृढ़ता पूर्वक चलते हुए अनासक्त भाव से जीवन के यथार्थ से जूझने को कोई सदा तत्पर रहे,यह आज के जमाने में कल्पनातीत ही लगता है,परंतु ‘संत’ और ‘बाबा’ के नाम से प्रसिद्ध भारतीय स्वातंत्र्य की गांधी-यात्रा … Read more

किसानों के फायदे का कानून,पर विचार जरुरी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** किसानों से संबंधित ३ कानूनों के बनने से केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत बादल इतनी नाराज हुईं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। वे अकाली दल की सदस्य हैं और पंजाब से सांसद हैं। पंजाब किसानों का गढ़ है। देश में सबसे ज्यादा फसल वहीं उगती है। कुछ पंजाबी किसान संगठनों ने इन) कानूनों को … Read more

मास्साब

अंशु प्रजापतिपौड़ी गढ़वाल(उत्तराखण्ड)********************************************************* आज फ़िर वैसी ही ओलावृष्टि है,वही असमय की वर्षा,परंतु आज मन उतना प्रफुल्लित नहीं है। १ माह से अधिक हुआ,मैंने पिता जी को खो दिया है। ऐसे में दो शब्द मेरे मस्तिष्क में रह-रहकर गूंज रहे हैं राम-राम सा…lयही प्रथम परिचय था मेरा उनसे। आज से लगभग १७ वर्ष पूर्व जब मेरी … Read more

हिंदी के बढ़ते चरण

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* हिंदी का यशगान हो,हिंदी का सम्मान। हिंदी का गुणगान हो,हिंदी का उत्थानll१४ सितम्बर १९४९ को संविधान सभा ने एकमत से हिंदी को राजभाषा का दर्जा देने का निर्णय लिया और सन १९५० में सविधान के अनुच्छेद ३४३ (१) द्वारा हिंदी की देवनागरी लिपि को राजभाषा का दर्जा दिया गयाl हिंदी … Read more

विश्व शान्ति दिवस-बढ़ते कदम

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)******************************************************** विश्व शांति दिवस स्पर्धा विशेष…… विश्व शान्ति दिवस या अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति दिवस संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्देशानुसार हर वर्ष मनाया जाता है। भारत एक संघर्ष-निवारक,शान्तिप्रिय देश है। सर्वकल्याण की भावना इसके कार्य-कलापों में निहित है।ऊँ सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया:। सर्वे भद्राणि पयन्तु मा कचित्दु:खभाग भवेद्llअर्थात्,-“सभी सुखी हों,सभी … Read more