ये कैसी आपदा…!

सुजीत जायसवाल ‘जीत’कौशाम्बी-प्रयागराज (उत्तरप्रदेश)******************************************* सहम गया हूँ देख कर छवि ये भावुकता से भर देय,काल ‘कोरोना’ के समय हाय रे बिटिया ही कांधा लेय…कण-कण वासी राम जी ये कैसी अब आपदा दीन,एक-एक कर अपने ही अपनों के बिन नौका खेय। माना मृत्यु का रूप विकट है पर ये संताप चरम है,बिन आक्सीजन निकलते प्राण-मृत्यु मेरा … Read more

बला को टालें हनुमान जी

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** हनुमान जयंती विशेष.. आया है ‘कोरोना’ बन के महाकाल,हनुमान जी,भय आतंक का मचा हुआ है बवाल हनुमान जी। हर दु:ख के खात्मे की कुंजी हैं आप प्रभु महान,इस बला को जल्दी से जल्दी टालें हनुमान जी। प्राणियों को सदा आपने बचाया है हर संकट से,अब बन जाओ इससे हमारी ढाल हनुमान … Read more

अतुलित बलशाली

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** हनुमान जयंती विशेष… अतुलित बलशाली,वज्र लाल देह धारी,केशरी के लाल मातु अंजना के प्यारे हैं।जगती के त्राण हेतु,रुद्र अवतार लियो,वीर हनुमान वायु देव के दुलारे हैं॥भूत,प्रेत,दुष्ट,दैत्य,दानवों के लिए काल,भक्त प्रतिपाल,संत-सज्जनों को तारे हैं।अजर,अमर,ध्यान-ज्ञान-गुण-निधिवान,हृदय में हमेशा राम जानकी को धारे हैं॥ परिचय-प्रख्यात कवि,वक्ता,गायत्री साधक,ज्योतिषी और समाजसेवी `एस्ट्रो अमल` का वास्तविक नाम डॉ. शिव … Read more

तन्हाई भी अब गुज़रती नहीं

ऋचा सिन्हानवी मुंबई(महाराष्ट्र)************************************* अश्क़ हैं कि संभलते नहीं,रूह है कि निकलती नहीं। दर्द की झड़ी जो थमती नहीं,डूब के साक़ी उफ़नती नहींकाली अँधियारी उदासी,तन्हाई भी अब गुज़रती नहीं। काँपते लब बिखरते एहसास,रूठ गए सब साज श्रंगारजीवन की है ये अजीब दास्तान,ये दूरी भी अब सही जाती नहीं। गफ़लत में गुज़ारी थी ज़िंदगी,भूल गई थी सब … Read more

ज्ञान दें हर मानव को

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)************************************ विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… सब मिलके खुशी मनाएँ,पुस्तक दिवस के सम्मान की,पुस्तक से जो ज्ञान मिला,पुस्तक के उस वरदान की। सादर नमन माता सरस्वती को,हंस वाहिनी, ज्ञानदायिनी को,शुभ मंगल वरदायिनी को,नमन माता पुस्तक धारिणी को। माता आपका ही दिया हुआ ज्ञान,भरी है पुस्तक,जिसे पा के हर मानव जाति का है … Read more

पुस्तक-महत्ता

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ********************************************* विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… पुस्तक में संसार है,भरा हुआ आलोक।पुस्तक में जो धर्म है,उससे जगमग लोक॥ पुस्तक में नवचेतना,भरा हुआ है ज्ञान।पुस्तक दे संसार को,सचमुच नवल विहान॥ पुस्तक में विज्ञान है,पुस्तक अनुसंधान।पुस्तक तो आवाज़ है,पुस्तक है यशगान॥ पुस्तक नित उत्थान है,पुस्तक है अरमान।पुस्तक मंगलगान है,पुस्तक सुर,लय तान॥ पुस्तक अंत:चेतना,पुस्तक … Read more

जीवन का दीपक हैं पुस्तक

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़रदेवास (मध्यप्रदेश)****************************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… मित्रों,पुस्तकों की महत्ता के बारे में कुछ लिखना यानी सूरज को दीपक दिखाने के समान है,जो स्वयं सूर्य की तरह सारे जगत को प्रकाशवान करती हैं। फिर भी पुस्तकों के महत्व पर कुछ लिखने की कोशिश कर रहा हूँ-जिस समय हम होश संभालते हैं,या शिक्षा हेतु … Read more

धरोहर

डॉ.अर्चना मिश्रा शुक्लाकानपुर (उत्तरप्रदेश)*************************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… बचपन का वह दिन याद आता है,जब नया दाखिला,नई पुस्तकों के साथ।मन हर्षाया-सा हर पन्ना पलटता था,‘उठो लाल अब आँखें खोलो’गीत के साथ दिनचर्या।कभी ‘चुन्नी लाल मुन्नी का पाठ’,सावधानी सिखाता,धूर्तों की पहचान कराता।तो कभी ‘बन्दर लाया एक बन्दरिया’,हँसा-हँसा कर लोटपोट करा देता।‘चाँद का कुर्ता’ तो ऐसा … Read more

किताब…मेरी संगिनी

डॉ. आशा मिश्रा ‘आस’मुंबई (महाराष्ट्र)******************************************* विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… बचपन में चलने की दस्तक और हाथों में पुस्तक…दोनों से रूबरू होने का मौक़ा अमूमन एक साथ हुआ,‘क’ से कलम और ‘द’ से दवात..इन वर्णाक्षरों से पहली मुलाक़ात,आने वाली ज़िंदगी की नींव का पहला पत्थर..पेंसिल की आड़ी-तिरछी अनगिनत खिंची हुई लकीरों से लेकर पेन के … Read more

सुख और दु:ख में सदा

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… भूत,वर्तमान और भविष्य का,सदा होतीं स्पष्ट चित्र पुस्तकें।सुख और दु:ख में सदा साथ दें,होतीं हैं प्रगाढ़ मित्र पुस्तकें॥ हारते को दिखातीं राह नित,करातीं हैं विजय का घोष ये।अपूर्ण को बदलें पूर्ण में,उर में उगाती मधुर तोष ये॥ मिटता है तिमिर,और सर्वदा,नवल आलोक होता राह में।मनु नित देवत्व … Read more