वेणी
बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* वेणी- मिलती संगम में सरित,कहें त्रिवेणी धाम! तीन भाग कर गूँथ लें,कुंतल वेणी बाम! कुंतल वेणी बाम,सजाए नारि सयानी! नागिन-सी लहराय,देख मन चले जवानी! कहे लाल…
बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* वेणी- मिलती संगम में सरित,कहें त्रिवेणी धाम! तीन भाग कर गूँथ लें,कुंतल वेणी बाम! कुंतल वेणी बाम,सजाए नारि सयानी! नागिन-सी लहराय,देख मन चले जवानी! कहे लाल…
सुषमा मलिक रोहतक (हरियाणा) ************************************************************************************* मंजिल भी मिलेगी तुझे एक दिन, तू हौंसलों की उड़ान बनाता चल क्योंकि,वक़्त बदलते वक्त नहीं लगता। खिलेगी मुस्कुराहट भी तेरी एक दिन, तू अपनी…
अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** संदर्भ भले जम्मू-कश्मीर का हो,लेकिन इसकी व्याप्ति संपूर्ण देश और मानव समाज तक है। शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार द्वारा इंटरनेट सुविधा पर मनमानी पाबंदी…
विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** हमने चिता को जलते देखा है... चाहे राजा हो या फकीर, सबको एक दिन जाना है... कह गए संत कबीर। जितना हो शक्ति भला... उतना कर…
दिल्ली(दिल्ली)। ११ जनवरी २०२० शनिवार की दोपहर में विश्व पुस्तक मेला( प्रगति मैदान नई दिल्ली) के हॉल सं.१२-ए के स्टाल सं. २२-२३ में निखिल प्रकाशन एवं अनुभव शर्मा द्वारा सम्पादित…
इन्दौर(मध्यप्रदेश)। दक्षिण भारत के हिंदी साहित्य का समीक्षात्मक सर्वेक्षण शोध कृति हिंदी साहित्य की एक धरोहर है। डॉ.सोनाली मेहता ने इस कृति के लिए अथक परिश्रम किया और उसे मूर्त…
सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* सन २०१९ तो मुझको, बहुत दे गया। जाते-जाते तेरा, शुक्रिया,शुक्रिया। मेरी बगिया का फूल, जो मुरझा गया था। आज आँचल में मेरे, वो फिर…
डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग में झुलसकर करीब ५० करोड़ निरीह जानवरों की मौत हो चुकी है। इनमें स्तनधारी पशु, पक्षी और रेंगने…
अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* कोई पत्थर से घायल है, कोई डंडे से जख्मी है। ये कैसा दौर शिक्षा का, ये कैसी मौज-मस्ती है। मेरे भारत के जाबांजों, जरा सोचो,जरा समझो।…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** हिंदी की बिंदी से भाई भारत का तुम श्रृंगार करो, दुनिया में यह रौशन होगी,घर में पहले स्वीकार करो। तेरी माँ की यह भाषा…