सर्दी और अवकाश

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… सर्द हवाएं ठिठुरन गलन बताये, हर इंसान चाहता सूरज की किरणें, कहीं से आये। हर घने कोहरे की…

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ये कोई बड़ा-अड़ा दिन नहीं होता…

कमल किशोर दुबे कमल  भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… आज हमारे पड़ौसी खबरीलाल जी सुबह-सुबह हमारे घर आये। आते ही बोले-"कलमकार,बड़ा दिन मुबारक हो!" मैंने चौंकते हुये…

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सूली चढ़े दूत बन प्यार-अमन के

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… बड़े दिन की छुट्टियाँ, साल का अवसान है नववर्ष का शुभ आगमन है, ठण्ड का पुरजोर आगम…

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जिंदगी,खुश हो जाती है…

प्रीति शर्मा `असीम` नालागढ़(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… जिंदगी छुट्टी के नाम से ही, खुश हो जाती है। कितनी छुट्टियां आएंगी आगे, यही सोच के खुशी…

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याद आते हैं वो दिन

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… स्कूल की छुट्टी मिलती थी उस दिन बालक था मैं,सुनता था आ गया है 'बड़ा दिन', न जाने…

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मस्ती सब खूब करेंगे

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’ बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… बड़े दिनों की छुट्टी, छुट्टी बड़े दिनों की। मस्ती सब खूब करेंगे, सब मस्ती खूब करेंगे। मिल…

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सम्मान हौंसला बढ़ाता है और दायित्व भी

डाॅ. तिवारी की स्मृति में रचनाकारों के सम्मान समारोह में बोले श्री वैद्य, -लघुकथाकार मुकेश तिवारी के लघुकथा संग्रह 'आम के पत्ते' का विमोचन हुआ इंदौर(मध्यप्रदेश)। सम्मान जब मिलता है…

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आत्मजा

विजयलक्ष्मी विभा  इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश) ********************************************************* 'आत्मजा' खंडकाव्य अध्याय-१९.. विकृत रीतियों को दलने में, प्रथम कदम यह होगा मेरा आँख खुली,मैं जागा,वरना, होता अपराधी ही तेरा। यही सोचते पहुँच गये वे, सीधे…

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ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा

सुनील चौरसिया ‘सावन’ काशी(उत्तरप्रदेश) *********************************************** ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा... कुछ इस तरह से कर लो गुजारा, कि ज़िन्दगी बन जाए सितारा। मम्मी-पापा प्रेम से कहें- बिटिया है प्यारी,बेटा है प्यारा।…

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भोर का नमन

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** पुस्तक `गीत गुंजन` से........... तर्ज:फूल तुम्हें भेजा... ऐ माँ तुम्हारे चरणों की ये,धूल भी कितनी पावन है। इस मिट्टी में जीवन का हर,पतझड़ भी तो…

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