भ्रष्टाचार का दलदल एवं कीचड़ की राजनीति

ललित गर्गदिल्ली************************************** भ्रष्टाचार के खेल ने दुनिया के सारे लोकतंत्रों को खोखला कर दिया है। भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, इसलिए इसकी साफ-सफाई ज्यादा जरूरी है। इन…

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है हैवानों को समझाना

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़)*********************************** परमोधर्म अहिंसा है,यह शास्त्र सभी सिखलाते हैंकेवल धर्म हेतु हिंसा को,ही जायज ठहराते हैं। आतंकी के लिए अहिंसा,कोई मोल नहीं रखतीसत्य, न्याय की परिभाषाएं,कोई रोल नहीं रखतीं।…

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बदलता परिवेश

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** रीति-रिवाज तीज त्यौहार, पहनावा कितनी बातें,बदल डाले नए परिवेश ने, ऐसे ही हँसते-गाते। औसत गर्म देश यह भारत, जीन्स-कोट पहने टाई,सूती खादी रख सिंथेटिक, जाने कैसे हैं…

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देख ले इक नज़र

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) ***************************************** मेरे दिल की दुआ़,मेरे रश्क ए क़मर।जाते-जाते इधर देख ले इक नज़र। ह़ुस्ने गुलशन है तू मिस्ले चंदन है तू।मेरी धड़कन है तू मेरा दर्पन है…

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कोशिश नित करते रहो

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* एक विरल-सी शख़्सियत, भारत रत्न कलाम।पूरा भारत कर रहा, उनको आज सलाम॥ रखिये उनके नाम पर, मीसाइल के नाम।जिससे चर्चा में रहे, हरदम नाम…

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रिश्तों से ही जिंदगी

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** ये रिश्तों की दुनिया है,बड़ा अनोखा है प्यारअगर समझ सके इसे,है ये जिन्दगी का आधार। ईश्वर की ये रचना,बड़ी ही खुबसूरतबिना रिश्ते की जाने,ना क्या होगी सूरत।…

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माँ का रखें ख़याल

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जीवन भर गाते सभी, धरती के ही गीत।हरियाली को रोपकर, बन जाएँ सद् मीत॥ धरती के हैं लाल हम, माँ का रखें ख़याल।वरना कुछ लोभी मनुज,…

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‘मिसाईल मैन’ को सलाम

डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** विलक्षण वैज्ञानिक,व लोकप्रिय मानवअद्भुत, अनमोल व,सदैव आगे रहे बनकर,जनता के योग्य संवाहक। सपनों के जादूगर,'मिसाईल मैन' कहलाते थेवैश्विक संकेतों से,अनमोल व अनूठेपन काखूब भाव दर्शाते थे। सादगी के साथ…

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संरक्षण करना है प्रकृति का

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* भाग्यशाली हैं भारतीय, विश्व ही हम सबका घर है,विश्व का हर एक दिवस, हम सबका का महापर्व है। ईश्वर का बनाया हुआ, आज यह पावन दिवस…

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सामर्थ्य के विमर्श में मातृभाषा की भूमिका

डॉ. गिरीश्वर मिश्र, गाजियाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************* मनुष्य इस अर्थ में भाषाजीवी कहा जा सकता है कि, उसका सारा जीवन व्यापार भाषा के माध्यम से ही होता है। उसका मानस भाषा में ही…

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