प्रभु की दया
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* कोई न संग साथी, चौबीस वर्ष बीते।हमने इन्हीं दिनों में, मन-प्रेम, चैन जीते।प्रभु की दया बनी है, दु:ख-दर्द जो मिटाते।वे ही विकल्प देते, संकल्प हम सजाते॥ हर एक दर्द मिटता, नारायणी कृपा से,हर साॅंस चैन लेती, भगवान की दया से।उनकी दया सभी का, जीवन यहाॅं खिला दे,प्रभु दीप ऑंधियों में, … Read more