शुभ्रकमल सिंहासना
दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** तू स्वर की देवी, माँ वीणापाणि,शुभ्रकमल सिंहासना।ममतामयी मूरत, बुद्धि की सूरत,प्रेम पूरण प्रति प्रेरणा।'अजस्र' तेरे चरणों में बैठा,कर जोड़े, करता माँ वंदना,ये वंदना, ये…