नया जमाना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** नया है जमाना न समझो पुराना।यहाँ सब सुनाते हैं अपना तराना। भुला दी है सबने वो’ संस्कृति पुरानी,कहाँ अब कोई सुनता किस्से कहानी।हुए मस्त अपने में’ सब आज ऐसे,नहीं कोई उनका जगत में हो जैसे॥दिखे अब नहीं प्यार दिल में पुराना,नया है जमाना न समझो…॥ हुए आधुनिकता में ऐसे दिवाने,लगे माँ-पिता … Read more

शिक्षक

डॉ.नीलिमा मिश्रा ‘नीलम’ इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ********************************************************* जलाया ज्ञान का दीपक अंधेरे को मिटाडाला,पड़ी कच्ची जो मिट्टी थी उसे मूरत बनाडाला।जो हरदम सोचता रहता कि कैसे राष्ट्रउन्नत हो,उसी शिक्षक ने हर सेमिनार को वेबिनारमें ढाला। करे सेवा जो मेहनत से हमेशा ज्ञानदेता है,जो बालक की समस्या हल करे सम्मानदेता है।प्रणाली नित नयी अपना रहा जैसीज़रूरत हो,लिखित … Read more

शिक्षक-वंदना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. वंदन है,नित अभिनंदन है,हे शिक्षक जी तेरा।फूल बिछाये पथ में मेरे,सौंपा नया सबेरा॥ भटक रहा था भ्रम के पथ पर,राह दिखाई मुझको…गहन तिमिर को परे हटाया,नमन् करूं मैं तुझको। आशाओं के सावन में है अरमानों का डेरा।शीश झुकाऊं हे परमेश्वर,भाग्य मिरा यूँ फेरा॥ मायूसी से मुझे निकाला,कर … Read more

विजय का ध्वज लहराएं यारों

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) ********************************************************* बहुत जरूरी हो तो ही हम,घर से बाहर जाएं यारों।‘कोरोना’ को जीत,विजय का,घर-घर ध्वज लहराएं यारों॥ कोरोना के लक्षण हों तो,आइसोलेशन में हम जाएं।शंका पर भी क्वारंटाइन,में रक्खें सबको सुख पाएं॥सोशल डिस्टेंसिंग अपनाकर,कोरोना की चेन तोड़ दें।महामारी घर तक न पहुंचे,उससे पहले राह मोड़ दें॥घर में खुद को बंद … Read more

खुशियाँ ले गई मेरी

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** जिंदगी में आग भर गई,मुझको वो तबाह कर गई।खुशियाँ बाढ़ ले गयी मेरी,सारी हसरतें भी मर गईll मेघ ऐसे बरसे टूटकर,हो गया था सब इधर-उधर।हर तरफ था पानी-पानी बस,बरखा ढा गई थी वो कहरllयाद तबाही है आज तक,जिन्दगी में गम वो भर गई।खुशियाँ बाढ़ ले गई मेरी,सारी हसरतें भी … Read more

याद तुम्हारी आती है

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** जीवन पथ में बादल गगरी,अंगारे बरसाती है।बरखा के मौसम में तुमसे,दूरी बहुत सताती है॥याद तुम्हारी आती है… बाहर बादल बरसे जब-जब,आँखों में बरसात रहे,सिहरन तन की कैसे मिटती,घेरे गीली रात रहे।टप-टप छाती पे छत टपके,गहरे दिल पर वार करे,राहत की चाहत में नींदें,दुश्मन-सा व्यवहार करे।रातें बैरन बनती,बैरन,तन्हाई बन जाती … Read more

गीत मुहब्बत का

सूरज कुमार साहू ‘नील`भोपाल (मध्यप्रदेश)***************************************************************** ऐ मुहब्बत मेरी तू मुझे भूल जा,मैं तुझे भूल जाऊँ होगा नहीं।गर फेरी नजर अब दोबारा अगर,मैं भला जी जाऊँ होगा नहीं॥ वर्षों हो गए तेरे से दूर हुए,फिर भी रख उम्मीद बैठा हूँ मैं,तू देगी आवाज कभी न कभी,इसीलिए तेरी राह लौटा हूँ मैं।तू तो है ही कस्तूरी,तेरी महक … Read more

श्री गणेश महिमा

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़रदेवास (मध्यप्रदेश)******************************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. महिमा गणेश जी की बड़ी है निराली।भक्तों की अपने हरदम भरते झोली खाली।महिमा गणेश जी की… मातृ-पितृ सेवा करके जग को दिखाया है,प्रथम पूजन का तुमने अधिकार पाया है।सुमिरन करें जो उनकी नैया सम्भाली,भक्तों की अपने हरदम भरते झोली खालीllमहिमा गणेश जी की… रिद्धि-सिद्धि के दाता … Read more

प्रिय की प्रीत निभाना है

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** प्रिये उठाओ साज पुनः तुम,सरगम नया सजाना है।सपनों का संसार हकीकत,की धरती पर लाना है॥प्रिय की प्रीत निभाना है,गीत मिलन के गाना है॥ अधरामृत से अधर अछूते,सावन देखो बीत गया।बीत गया मनहर मौसम ये,रीता उर संगीत गया॥इसीलिए अब शुष्क हृदय में,आओ प्यार जगा लें हम।सपनों को नूतन रंगों से,मिल … Read more

हमारी आन तिरंगा

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)********************************************************************* तिरंगा हमारी आन है,हिन्दुस्तान की पहचान है।जिसकी रक्षा के के लिए,तैयार हर जवान है।भारत माँ की खातिर माँ,बेटों को करती कुर्बान है।आँच न आए वतन पे,तत्पर रहते देने अपनी जान है।नेता,शेखर और भगतसिंह,भारतीयों की शान है।जब-जब जिसने आँख उठाई,मिट गए उनके निशान है।हिन्दू,मुस्लिम,सिक्ख,ईसाई,बसता दिल में सबके हिन्दुस्तान है।अलग-अलग जाति-धरम,पर भारत माँ की … Read more