ट्रम्प की यात्रा:कितनी झुग्गियां छिपाएगी सरकार एक दीवार में…

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प उनकी पत्नी मेलानिया की पहली भारत यात्रा की चर्चा उनकी अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात से ज्यादा इस शहर में एक झुग्गी बस्ती को ढंकने के लिए दीवार खड़ी करने को लेकर ज्यादा हो रही है। लोग समझ नहीं पा रहे कि,एक झुग्गी बस्ती को … Read more

शहजादे की आँखें आई,गाँव में धुआं मत करो!

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** ट्रम्प साहब का दौरा……………. राजकुमार को आँखों का रोग हो गया तो राजा ने मुनादी कराई कि,राजधानी में धुआं नहीं होना चाहिए कारण राजकुमार को आँखें आई हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने राजा को सलाह दी कि,एक के पीछे कितने जन परेशान होंगे,क्यों न राजकुमार को राजधानी से बाहर भेज दिया … Read more

काम की जीत से मुगालते दूर

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** दिल्ली में आम आदमी पार्टी की प्रचंड एक सन्देश तो बहुत ही अच्छा दे रही है कि जनता काम चाहती है,परिणाम को प्रणाम करती है।सामाजिक सरोकार ही जनता चाहती है,उसे अपनी चिंता करने वाली सरकार चाहिए। राष्ट्रीय मुद्दे व स्थानीय मुद्दे में अन्तर को तो समझना ही होगा। इस बार … Read more

अपराधी उम्मीदवारःस्वागत,पर अधूरा फैसला

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** सर्वोच्च न्यायालय ने राजनीति को अपराधियों से मुक्त करने का जो आदेश जारी किया है,उसका स्वागत है लेकिन वह अधूरा है। यह तो ठीक है कि सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों के अपराधों का विस्तार से ब्यौरा दें,और नामजद करने के ४८ घंटों में उसे प्रचारित करें या उम्मीदवारी का … Read more

प्रचंड बहुमत:नए प्रधानमंत्री की दस्तक!

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** दिल्ली के चुनाव में भाजपा की हार देश में नयी राजनीति की शुरुआत कर सकती है। २०१३ के गुजरात विधानसभा चुनाव की याद आ रही है। जब उसके चुनाव परिणाम घोषित हो रहे थे तो मुझे टीवी चैनलों ने घेर लिया। पूछने लगे कि,मोदी की ५-१० सीटें कम हो रही … Read more

दलों की सत्ता लोलुपता और नैतिकता को तिलांजलि

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** नैतिकता तो पहले ही राजनीति में गायब होती जा रही थी,अब सत्तालोलुपता में दिल्ली विधानसभा के चुनाव में प्रचार में मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ दी गईं। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का चुनावी सभा में तेज़ आवाज़ में ललकारना-‘देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को’ कितना गलत था। … Read more

`प्रदूषण` गायब रहा चुनाव से

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* राजधानी दिल्ली में अक्सर वायु एवं जल प्रदूषण एक गंभीर समस्या के रूप में खड़ा रहता है,लेकिन इस गंभीर समस्या का दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा न बनना विडम्बनापूर्ण है। असल में देखें तो संकट वायु प्रदूषण का हो या फिर स्वच्छ जल का,इनके मूल में विकास की अवधारणा के … Read more

वाह! क्या उम्मीदवार हैं हमारे ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** दिल्ली के आम चुनाव की चर्चा देशभर में है। कई कारणों से है लेकिन कुछ कारण ऐसे भी हैं,जिनकी वजह से दिल्लीवाले अपना माथा ऊंचा नहीं कर सकते। दिल्ली में शिक्षा-संस्थाओं की भरमार है लेकिन दिल्ली प्रदेश के चुनाव में ५१ प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे हैं,जो १२ वीं कक्षा या उससे … Read more

आम बजट,सत्यनारायण की कथा व एलआईसी का खत्म होता बीमा…

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** यूँ लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के कुलदीपक पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव को कोई गंभीरता से नहीं लेता,लेकिन कल आम बजट पर तेजप्रताप की प्रतिक्रिया सबसे हटकर थी। तेजप्रताप का कहना था कि इस बजट से ज्यादा अच्छी तो भगवान सत्यनारायण की व्रत कथा है,जिसे सुनकर मन को संतुष्टि और पुण्य … Read more

मुसलमानों की देशभक्ति

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन शांतिपूर्ण आंदोलनों की तारीफ की है,जो नए नागरिकता कानून के विरोध में चल रहे हैं। उनका कहना है कि इससे भारत का लोकतंत्र मजबूत हो रहा है। मैं तो इस कथन से भी थोड़ा आगे जाता हूँ। मेरा कहना है कि यह आंदोलन चाहे … Read more