मैं छुट्टी पर हूँ

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** प्रेमलाल अग्निशमन विभाग में कार्यरत थे। बहुत लम्बे समय से इस विभाग में सेवाएं दे रहे थे। बहुत ही कुशल व्यक्ति थे। मन लगाकर कार्य करते थे। ये जब भी फायर ब्रिगेड के साथ जाते, अपनी कार्य-कुशलता के बल पर आग पर जल्द ही नियंत्रण कर लेते थे, जिससे क्षति … Read more

ऑनलाइन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* “मित्र सुदेश! यह लॉक-डाउन तो गज़ब का रहा ? क्या अब फिर से लॉक-डाउन नहीं लगेगा।” सरकारी स्कूल के टीचर आनंद ने अपने मित्र से कहा।“क्या मतलब ? “सुदेश ने उत्सुकता दिखाई।“वह यह सुदेश ! कि पहले तो कई दिन स्कूल बंद रहे तो पढ़ाने से मुक्ति रही, और फिर बाद … Read more

काबिले तारीफ

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** रीना बचपन से ही बहुत शांत स्वभाव की थी। उसका यह स्वभाव माँ के लिए बड़ी परेशानी की वजह थी, चूंकि पढ़ने-लिखने में बहुत अव्वल होने के कारण पिता उसके व्यवहार को इतनी अहमियत ना देते और वह भी। उसने अपनी वकालत की पढ़ाई पूरी कर ली तो पिता ने एक अच्छा … Read more

कलम की जगह कम्प्यूटर नहीं ले सकेगा बेटा

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** “कलम की जगह कम्प्यूटर कभी नहीं ले सकेगा बेटा,” दादा जी ने कहा और वे यह बात बताते समय एकदम भावुक हो गए। कहने लगे कि आजकल तो अधिकांश कार्य कम्प्यूटर से किया जा रहा है लेकिन कलम की बात ही कुछ और है! कलम से लिखते समय हमारी सुलेख प्रतिभा का … Read more

गाँवों का कायाकल्प

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* “बेटा सोमू! तुमने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली, रिजल्ट भी आ गया।अब तुम ज़ल्दी से कोई काम करने लग जाओ, तो मैं यह खेत साहूकार को सौंपकर तुम्हारे पास शहर आ जाऊँगा।” गाँव में रह रहे दीनू काका ने शहर में पढ़ रहे अपने बेटे को फोन पर कहा।“दद्दा! अब आप … Read more

प्रकृति की चेतावनी

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** “दादी! आप कहती हो ना अखबार पढ़ा करो। खबरें सुना करो। आजकल मैं भी रोजाना अखबार भी पढ़ता हूँ। खबरें सुनता हूँ। अब मेरी जनरल नाॅलेज भी आपकी तरह हो गई है।” राहुल ने कहा।“अरे वाह बेटा! यह तो बहुत अच्छी बात है। क्या खबर सुना रहा है?” दादी ने पूछा।राहुल-“आपने मुझे … Read more

अनमोल वक्त

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** नेहा के माता-पिता दफ्तर की व्यस्तता के कारण बेटी को बिल्कुल समय ना दे पाते, जिससे उसकी देख-रेख की जिम्मेदारी उन्होंने आया (रिया) को सौंप रखी थी, लेकिन वह जैसे-जैसे बड़ी हुई; अकेलापन महसूस करने लगी।एक दिन नेहा अपनी माँ से बोली-“माँ, आप लोगों के पास तो मेरे लिए बिल्कुल वक्त ही … Read more

जल तो जान है

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* राकेश शरद से बहुत दिन से उसके साथ उसके गाँव चलने के लिए कह रहा था, तो इस बार छुट्टियों में शरद तैयार हो ही गया। ट्रेन, फिर बस पकड़कर वे गाँव पहुंचे।परंपरागत गाँव, खेत-खलिहान, गाय-बैल, चौपाल, खपरीले मकान…सब-कुछ गाँव जैसा ही, पर पानी की ज़बरदस्त समस्या।सुबह से ही घर के … Read more

नई तारीख

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** चंद्रप्रकाश शर्मा हाईकोर्ट में जज थे। अचानक एक दिन उनकी तबियत खराब हुई, और वे हमेशा की तरह अपने डॉक्टर मित्र विशाल के पास गए। डॉ. विशाल ने चंद्रप्रकाश जी की जांच की और कहा-“आप १५ दिन बाद आना, आपको दवाइयां लिख दूंगा।”   डॉ. विशाल की ये बात सुनकर चंद्रप्रकाश जी … Read more

नौकरी

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** राधा पढ़ाई में शुरू से ही सदा अव्वल रही, लेकिन पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण वह आगे की पढ़ाई जारी रखने में असमर्थ थी, पर राधा आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए कटिबद्ध थी। इसलिए विपरीत परिस्थिति में भी उसने बीए तक की पढ़ाई खुद ट्यूशन पढ़ाकर … Read more