संकल्प शक्ति ही जीत

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* अल्फ़ाज़ महक जायें तो लगाव बहक जायें तो घाव देते हैं,मौका और दस्तूर देख कर ही शब्द भाव देते हैं।शब्द ही मरहम और हैं तीर-तलवार जैसे भी-यही शब्द मित्र और शत्रु बनाने का चुनाव देते हैंll बड़े लक्ष्य और अच्छे विचार आदमी की शक्ति बढ़ाते हैं।सही दृष्टिकोण जीवन में उचित रास्ता बतलाते … Read more

स्वागत नववर्ष २०२१ का

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हर रंग से भरा रंगीन हो ये नववर्ष आपका,कभी भी न ग़मगीन हो यह नववर्ष आपका।।नया साल स्वास्थ्य सेहत का हो खज़ाना बेमिसाल-सुनहरे सपनों-सा हसीन हो नववर्ष आपका॥ चाँदनी सी बरसती रहे आपकी हर इक राह में,ख़ुशी ही खुशी चमकती रहे हर इक निगाह में।नववर्ष पर मिले हर सफलता ऊँचे आसमां की … Read more

सफर कदापि निरर्थक ना हो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* काँटों में खिलते गुलाब से हमें सीखना होगा,चुनौतियों में भी दृढ़ हमको दिखना होगा।संकल्प शक्ति ही काफी है जीवन संवारने को-पाने को सुख-दुःख में भी दर्द को लीलना होगाll ओस की बूंद-सा होता है जीवन का सफर,कभी फूल या धूल में होता है जीवन का सफर।बिखरने के लिए नहीं मिला ये एकमात्र … Read more

अरमान रखो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* अरमान रखो कि आसमां से बात करनी है,हो कैसी भी चुनौती हमें लड़ाई लड़नी है।हो इरादा मजबूत,तकलीफ तो महसूस नहीं होती-अपने हर किरदार में बस ये बात धरनी है॥

दर्द

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************************ ख़याली पुलाव बनाना अच्छा नहीं होता,यूँ ही दिल बहलाना अच्छा नहीं होता।है रंजिशें दिल में तो छुपाकर रखो-ग़मों को बतलाना अच्छा नहीं होता। दिल का दर्द तू महसूस करना सीख ले,इस तरह ख़ुद के दिल में रहना तू सीख ले।दर्द की परिभाषा तू कभी तो समझेगा-जीवन में तू मरना फ़िर जीना सीख ले। … Read more

विश्वास

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* विश्वास झलके हमारे हर किरदार में,कुछ कर गुजरने का यकीन हो चाल-ढाल में।जान लो हमारे शरीर का हर अंग बोलता है-इनकी मौन भाषा बोले हमारे हर सरोकार में॥

अपने किरदार को जियें

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* आओ करें दुनिया में कुछ काम हम ऐसा,दुनिया चाहे बनना फिर हम ही जैसा।किरदार को जियें जिंदगी में ऐसी शिद्दत से-जाने से पहले बनाएं अपना नाम कुछ हम वैसा॥

जज्बात

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’मुंबई(महाराष्ट्र)*********************************************** जादूगरी अल्फाज़ की,जज्बात भी मुश्किल में है,चित्त का चिंतन नहीं अब,बात भी मुश्किल में है।नेह का दर्पण अगर,हौले से धूमिल हो रहा हो-मान लो ये जिंदगी की,सौगात भी मुश्किल में है॥ परिचय-ओमप्रकाश अग्रवाल का साहित्यिक उपनाम ‘बबुआ’ है।आप लगभग सभी विधाओं (गीत, ग़ज़ल, दोहा, चौपाई, छंद आदि) में लिखते हैं,परन्तु काव्य सृजन … Read more

सुरभित पुष्प

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’मुंबई(महाराष्ट्र)*********************************************** फूलों के मुरझाने से,सुरभि कहाँ रुक जाती है,और पुष्प से नेह निबन्धन,सोच सोच रह जाती है।अनजाने में हुए दोष का,दोष नहीं लगता है प्रियवर-कुछ तो खास रहे हो तुम जो,आँखें खुद झुक जाती हैं॥ परिचय-ओमप्रकाश अग्रवाल का साहित्यिक उपनाम ‘बबुआ’ है।आप लगभग सभी विधाओं (गीत, ग़ज़ल, दोहा, चौपाई, छंद आदि) में लिखते … Read more

शब्द की महिमा

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** शब्द-शब्द में ज्ञान समाया,शब्द प्रेम निर्मल पावन है, शब्द श्रेष्ठ जीवन देता है,शब्द मधुर जो मनभावन है। शब्द सोचकर ऐसा बोलें,शब्द मिटा दे कटुता सारी- शब्द हृदय झंझोड़ के रख दे,शब्द से जगत सुहावन है॥ शब्द बनाए रिश्ते सारे,शब्द तोड़ता सब बंधन है, शब्द कल्पना है कविवर की,शब्द सृजन का चंदन … Read more