प्रिया देवांगन ‘प्रियू’
पंडरिया (छत्तीसगढ़)
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छन्न पकैया छन्न पकैया,छोटी गुड़िया रानी।
सुनो-सुनो सब भैया-दीदी,इसकी एक कहानी॥
छन्न पकैया छन्न पकैया,चलती सड़क किनारे।
एक हाथ गुलदस्ता पकड़े,दूजे में गुब्बारे॥
छन्न पकैया छन्न पकैया,चिड़िया पँख फैलाये।
संग-संग गुड़िया रानी के,चिड़िया उड़ते जाये॥
छन्न पकैया छन्न पकैया,चलती आगे आगे।
अपनी ही परछाई देखे,उसके पीछे भागे॥
छन्न पकैया छन्न पकैया,करती है शैतानी।
इधर-उधर वह दौड़ा करती,होती है हैरानी॥