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हौंसला रखिए,हँसने वाले तालियां भी बजाएंगे

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’
ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर)

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यह समाज है,जो अंधा-बहरा और लंगड़ा होने के साथ-साथ मनोरोगी भी है। इसकी विशेषता है कि यह जिन पर पहले हँसता है,बाद में उनकी सफलता प्राप्ति पर तालियां भी बजाता है। इसलिए आत्मनिर्भर कर्मठ व्यक्ति कभी हौंसला नहीं गंवाते और साहसी बन कर अपनी मंजिल की ओर यात्रा जारी रखते हैं,क्योंकि उन्हें ज्ञान होता है कि मंजिल पर वही पहुंचते हैं,जो चलते रहते हैं।
इतिहास साक्षी है कि प्रत्येक सफल व्यक्ति समाज की हँसी के साथ-साथ सामाजिक घृणा का पात्र भी बनता है। वह सफल व्यक्ति चाहे किसी भी क्षेत्र से संबंधित क्यों न हो।
धार्मिक क्षेत्र की बात करें तो मीरा और धन्ना जाट की भांति कई नाम सामाजिक हँसी के पात्र बने और प्रभु की प्राप्ति के बाद उन्हें उसी समाज द्वारा सादर अपनाया भी गया।
यदि तल्ख टिप्पणी की जाए तो ऐसे लोगों को कोई संज्ञा देकर अपमान करना भी उचित नहीं है। क्योंकि उक्त किन्नर वर्ग शुभ अवसरों पर ही एक साथ हँसते और तालियां बजाते हैं।
अतः सफलता प्राप्त करने वालों को हँसने और तालियां बजाने वालों की परवाह न करते हुए अपने कर्मों में लिप्त रहना चाहिए। उस मदमस्त हाथी के समान अपनी मंजिल की ओर चलते रहना चाहिए,जिसके पीछे कुत्ते भौंकते रहते हैं।

परिचय–इंदु भूषण बाली का साहित्यिक उपनाम `परवाज़ मनावरी`हैL इनकी जन्म तारीख २० सितम्बर १९६२ एवं जन्म स्थान-मनावर(वर्तमान पाकिस्तान में)हैL वर्तमान और स्थाई निवास तहसील ज्यौड़ियां,जिला-जम्मू(जम्मू कश्मीर)हैL राज्य जम्मू-कश्मीर के श्री बाली की शिक्षा-पी.यू.सी. और शिरोमणि हैL कार्यक्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों से लड़ना व आलोचना है,हालाँकि एसएसबी विभाग से सेवानिवृत्त हैंL सामाजिक गतिविधि के अंतर्गत आप पत्रकार,समाजसेवक, लेखक एवं भारत के राष्ट्रपति पद के पूर्व प्रत्याशी रहे हैंL आपकी लेखन विधा-लघुकथा,ग़ज़ल,लेख,व्यंग्य और आलोचना इत्यादि हैL प्रकाशन में आपके खाते में ७ पुस्तकें(व्हेयर इज कांस्टिट्यूशन ? लॉ एन्ड जस्टिस ?(अंग्रेजी),कड़वे सच,मुझे न्याय दो(हिंदी) तथा डोगरी में फिट्’टे मुँह तुंदा आदि)हैंL कई अख़बारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हैंL लेखन के लिए कुछ सम्मान भी प्राप्त कर चुके हैंL अपने जीवन में विशेष उपलब्धि-अनंत मानने वाले परवाज़ मनावरी की लेखनी का उद्देश्य-भ्रष्टाचार से मुक्ति हैL प्रेरणा पुंज-राष्ट्रभक्ति है तो विशेषज्ञता-संविधानिक संघर्ष एवं राष्ट्रप्रेम में जीवन समर्पित है।

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