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वैलेंटाइन नहीं…देश प्रेम दिवस मनाएंगे

प्रीति शर्मा `असीम`
नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)
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आधुनिकता की होड़ में,
वैलेंटाइन-डे………नहीं
देश प्रेम दिवस मनाएंगे।

आज के दिन देश की खातिर,
जिन शहीदों को हुई फाँसी।
उन्हीं देशभक्त,
भगत सिंह-राजगुरु-सुखदेव
की याद में,
देश प्रेम दिवस मनाएंगे।

आधुनिकता की होड़ में,
वैलेंटाइन-डे………नहीं
देश प्रेम दिवस मनाएंगे।

आज के दिन…
देश की खातिर,
पुलवामा में……जो शहीद हुए।
उन शहीदों की शहीदी पर,
नतमस्तक हो जाएंगे।

वैलेंटाइन-डे…………नहीं,
देश प्रेम दिवस मनाएंगे।

मत खोने दो मूल्य प्रेम का,
प्रेम को एक दिन में;
नहीं समा पाओगे…?

यह तो अनंत…
हर दिन का आधार है।
हम हर दिन को,
मूल्यवान बनाएंगे।

आधुनिकता की होड़ में,
वैलेंटाइन-डे……..नहीं।
देश प्रेम दिवस मनाएंगे॥

परिचय-प्रीति शर्मा का साहित्यिक उपनाम `असीम` हैl ३० सितम्बर १९७६ को हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में अवतरित हुई प्रीति शर्मा का वर्तमान तथा स्थाई निवास नालागढ़(जिला सोलन,हिमाचल प्रदेश) हैl आपको हिन्दी,पंजाबी सहित अंग्रेजी भाषा का ज्ञान हैl पूर्ण शिक्षा-बी.ए.(कला),एम.ए.(अर्थशास्त्र,हिन्दी) एवं बी.एड. भी किया है। कार्यक्षेत्र में गृहिणी `असीम` सामाजिक कार्यों में भी सहयोग करती हैंl इनकी लेखन विधा-कविता,कहानी,निबंध तथा लेख है।सयुंक्त संग्रह-`आखर कुंज` सहित कई पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएं प्रकाशित हैंl आपको लेखनी के लिए प्रंशसा-पत्र मिले हैंl सोशल मीडिया में भी सक्रिय प्रीति शर्मा की लेखनी का उद्देश्य-प्रेरणार्थ हैl आपकी नजर में पसंदीदा हिन्दी लेखक-मैथिलीशरण गुप्त,जयशंकर प्रसाद,निराला,महादेवी वर्मा और पंत जी हैंl समस्त विश्व को प्रेरणापुंज माननेवाली `असीम` के देश और हिंदी भाषा के प्रति विचार-“यह हमारी आत्मा की आवाज़ है। यह प्रेम है,श्रद्धा का भाव है कि हम हिंदी हैं। अपनी भाषा का सम्मान ही स्वयं का सम्मान है।”

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