हो तम का नाश

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष….. धन तेरस पे मिले आपको धन का वास,रूप चौदस पे रूप मिले आपको खास। दीपक की रोशनी में हो तम का नाश,भाई दूज पर हर भाई हो बहन के पास। पूरा हो वो सपना कभी ना आया हो जो रास,हर उपहार दे राम आपको जिसके लिए कहा हो … Read more

हुनर को पहचानो

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* यह जादू है मेरी,तीखी कलम का,भुला देती है मुझे,नाम मेरे सनम काl थोड़ा सही पर रब ने,मुझे जो बख्शा है हुनर,वरना मेरे अल्फाज,ठो़कर खाते दर-बदरl हर बात को लिखना,मुझे अच्छा लगता है,कलम का साथ,मुझे सच्चा लगता हैl इस जादू से व्यंग्य,कसती हूँ नेता पर,फिल्मों में कम,चुनावी मंच पर छाते अभिनेता परl नारी … Read more

मन को भाएगी मन-गुँजन

आरती सिंह ‘प्रियदर्शिनी’गोरखपुर(उत्तरप्रदेश)**************************************************** प्रखर गूँज प्रकाशन के सानिध्य में प्रकाशित पुस्तक मन-गुँजन की रचनाकार रेनू त्यागी (हरियाणा) काफी समय से लेखन के क्षेत्र में अग्रसर हैं। इनके लेखन की खासियत यह है कि,बहुत ही कम शब्दों में अपनी भावनाएं कागज पर उड़ेल देती हैं। तभी तो वह कहती हैं-मामूली सा सवाल थी मैं,और ढूंढने वाले … Read more

लालच

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* कौन कहता है अब,लालच बुरी बला हैलालच भी कुछ पाने,की प्यारी कला है। आज की औलाद माँ-बाप,कि,इसलिए करती हैं सेवावसीयत रुपी उन्हें,मिलेगा प्यारा मेवा। लालच से मिलते,है कितनों को मानअच्छा पाने के लिए,कितने देते हैं दान। ख्वाहिशों की होती,है कितनी लम्बी सूचीइसलिए मंदिर जाने,में होती है कितनों की रुचि। एक मन्नत पूरी … Read more

साथ चलें,आपकी सीख और संस्कार

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* शिक्षक दिवस विशेष……….. गुरु आपके आशीष से,पूरी होती है हमारी विनतीकागज के नोट से ज्यादा,इंसानियत की करते हैं हम गिनती।ऐसी प्रदान करना,हमें हमेशा सीखसहानुभूति की नहीं,मांगनी पड़े कभी भीख।प्रत्येक क्षण हम,हृदय में रखें दयादो किताबें पढ़ने के,बाद भी आँख में रहे हया।गुरु अपनी सीख से ऐसा,गढ़ना हमारा आकारहमारे साथ चलें,आपकी सीख और … Read more

क्षमा प्रथम धर्म

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* क्षमा पर्यूषण का प्रथम है धर्म,क्रोध त्याग प्रथम है हमारा कर्ममार्दव अहम त्याग सिखाता है-जीवन के अंत का सच दिखाता हैlआर्जव में छिपी है जीवन की सरलता,सादगी से जीवन हमेशा महकताजो श्रावक पाले है धर्म में शोच–पवित्र बन गंदगी को लेगा नोंचlगांधी जी ने भी पाला धर्म में सत्‍य,सत्‍य से बड़ा नहीं … Read more

पर्यावरण को मत समझो उपभोग की सीढ़ी

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* आज पर्यावरण ने भी,चुप्पी को तोड़ा हैतुमने शुद्धता से,जो मुँह को मोड़ा है।कोरोना विषाणु से,ज्यादा पर्यावरण का श्राप हैपर्यावरण से छेड़-छाड़,का जो किया पाप है।पेड़ के पत्तों पर,खाने में आती है लज्जाप्लास्टिक की सब जगह,क्यूँ लहरा रही है ध्वजा।घर में जब ऐ मानव तू,कुछ दिन था कैदएहसास हुआ होगा तुझे,पशुओं की आजादी … Read more

काट डालेंगें,अगर भूली मर्यादा

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* भारत और चीन के रिश्ते स्पर्धा विशेष…… कोरोना का जनक,है चीनइरादों से कितना है,छोटा और हीनlभारत की जमीन है पाक,संभल वरना…आँख के साथ,छोटी हो जाएगी तेरी नाकlमत बिगाड़ अपनी नजर,मेरे वीर सैनिकसीमा पर,खड़े हैं हर पहरlभारत है शांति का दूत,प्रेम से समझ वरना,भारत को आता हैउतारना भूतlखाते हो तुम चमगादड़,उल्टे पैर भागोगेजब,भारत … Read more

प्रताप का त्याग

आरती जैन डूंगरपुर (राजस्थान) ********************************************* ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. महाराणा प्रताप की नहीं, जान सकते वह क्रांति उँगली काट कर क्रांति, लाने की करते हैं जो भ्रांति। पावन है प्रताप की वह, शौर्य में लिपटी धरा सोने से भी ज्यादा उस मिट्टी, का लगता है हर कण खरा। शस्त्र से अधिक आत्‍मविश्वास, से … Read more

‘कोरोना’ ने बताई अहमियत

आरती जैन डूंगरपुर (राजस्थान) ********************************************* प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. ‘कोरोना’ ने प्रकृति की बताई एहमियत, मानव भूल गया था कुदरत की कीमत। प्रकृति के पंच तत्वों ने मानव बनाया है, और मानव ने प्रकृति के तत्व को प्रदूषण से सताया है। ‘कोरोना’ प्रकृति का दिया एक श्राप है, मानव ने सालों से जो किया … Read more