बैंकिंग प्रणाली कितनी न्याय-संगत ?

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** हाल ही में उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने एक आभासी कार्यक्रम में समाज के बौद्धिकों से जो कुछ आह्वान किया,उसका सारांश यही है कि तथ्यपरक आवाज उठाते रहना है। इसके कुछ ही दिन पहले टेलीविजन परिचर्चा के दौरान एक ख्याति प्राप्त कॉर्पोरेट विश्लेषक ने भी बैंकिंग प्रणाली से … Read more

श्रेष्ठ व्यक्ति होता है़ ज्ञान दाता

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. यह सर्वविदित तथ्य है कि शिक्षा से ज्ञान प्राप्ति होती है। यही ज्ञान वर्द्धन व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखार देता है यानि ज्ञान से ही सर्वांगीण विकास सम्भव है। यहाँ सर्वांगीण विकास से मतलब विनय, पात्रता,धन,धर्म व सुख सभी कुछ,और यही सारे तथ्य बहुत पहले … Read more

सबके दाता राम

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** यदि आपकी सर्वशक्तिमान प्रभु के प्रति अटूट आस्था है और आप समर्पित हैं तो आप यह मान कर चलें कि आपको मनोवांछित फल वे अवश्यमेव प्रदान करेंगे। इस तरह की अनेक सत्य घटनाओं से इतिहास भरा पड़ा है। मैं स्वयं इसका साक्षी हूँ। इसी कड़ी में परमश्रद्धेय स्वामीजी श्री रामसुखदासजी महाराज … Read more

गंभीर मामलों में भी धैर्य नहीं खोते थे पिताजी

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** ‘पिता का प्रेम, पसीना और हम’ स्पर्धा विशेष….. आज वाले कोलकात्ता के व्यस्तम इलाके में स्थित एक मकान के तीसरे माले में मेरा बचपन बीता। पिताजी के आँगन में पाँव रखने के साथ हम भाई- बहन सम्भल जाते थे। मेरे अपने बड़े ‘माँ जाये भाई’ व मेरे बीच २० साल का … Read more

अनंत ज्ञान के धनी थे आदि शंकराचार्यजी

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** केरल के मालाबार में कालड़ी नामक स्थान पर साधारण ब्राह्मण परिवार मेंं वैशाख माह की शुक्ल पंचमी के दिन जन्मे अद्वैत वेदांत के प्रणेता आदि गुरु शंकराचार्य जी संस्कृत के उद्भट प्रस्तोता, उपनिषदों की व्याख्या करने वाले,महान दार्शनिक व सनातन धर्म के सुधारक थे। बहुत मुश्किल से उनको अपनी माताजी से … Read more

समय की आवश्यकता है संयुक्त परिवार

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… हमारे कृषि प्रधान देश में संयुक्त परिवार रामायण व महाभारत काल से चली आ रही प्राचीन परम्पराओं व स्थापित आदर्शों के हिसाब से चल रहे हैं,लेकिन पिछले कुछ सालों में संयुक्त परिवार से निकल लोग एकल परिवार की तरफ आकृष्ट हो रहे हैं।आज कोरोना के संक्रमण काल में … Read more

अक्षय फलदायक पर्व है आखा तीज

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को बसंत ऋतु का समापन होकर ग्रीष्म ऋतु प्रारम्भ होती है और इसी दिन को सनातनी अक्षय तृतीया या आखा तीज कहते हैं। यह दिन अबूझ या सर्वसिद्ध या स्वयंसिद्ध मुहूर्त में माना गया है, इसलिए सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का दिन … Read more

सूझे ना जब कोई निदान,पुस्तक से मिले समाधान

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… यह निर्विवाद सत्य है कि पुस्तक इन्सान की सबसे बढ़िया दोस्त,साथी व मार्गदर्शक होती है। पुस्तक ज्ञान का भंडार होती है। फिर चाहे वे धार्मिक हो, शैक्षिक या मनोरंजक हो। हमारे वेद पुराणों के समय से,जबसे उन्हें पुस्तकों के रूप में लिखा गया है,तब से लेकर … Read more

विश्व की महान संस्कृति का ध्वजवाहक हिन्‍दू नववर्ष

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** नव वर्ष विशेष…………….. सभी जानते हैं वैदिक धर्म संसार का एकमात्र सबसे पुराना धर्म है,जिसका साक्ष्य है ‘वेद’। वेद दुनिया की प्रथम पुस्तक ही नहीं,बल्कि यह मानव सभ्यता का सबसे पुराना लिखित प्रथम दस्तावेज है। चैत्र मास सनातन वैदिक धर्म के संवत्सर का प्रथम मास है और इसका आरम्भ कृष्ण पक्ष … Read more

जल है तो कल है

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** ज से जल जीवन स्पर्धा विशेष… शरीर हो या प्रकृति सभी पांच तत्व से बने हैं और वे हैं-जल,वायु,पृथ्वी,अग्नि और आकाश। इन पाँचों में संतुलन बना रहना अति आवश्यक है,तभी हम पर्यावरण को सब तरह से अपने अनुकूल पाएंगे, लेकिन आजकल भिन्न-भिन्न कारणों से इसकी मात्रा में असंतुलन भी होता है … Read more