मिट्टी की महक

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** मिट्टी में गुण बहुत हैं, हरदम इसका मान करें हमें भी इसमें मिलना है, खुद पर ना अभिमान करें यह हरदम हँसती रहती है, कहीं ना जाना बहकl यही है मिट्टी की महक…ll मृदा खूशबू फूलों को देती, सबको अपने अंक में लेती मिट्टी की महिमा मिटने में है, हम … Read more

शीत का संदेश

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** वर्षा गई अब मेरी बारी…, जल्दी से कर लो तैयारी ओढ़ो कंबल और रजाई, नहीं तो प्यारे ठंड लग जाई छोड़ो अकड़ चादर लो पकड़, मान लो मेरा यह उपदेश यही है शीत का संदेशl यही है शीत का संदेश… शीत ऋतु भाती है सबको, देते हैं धन्‍यवाद सब रब … Read more

काश! ऐसा होता!

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** कोई ना किसी को दु:ख देता, व्यवहार से मन को हर लेता नर के गम को नर हर लेता, सभी हँसते कोई ना रोता… काश! ऐसा होता, काश! ऐसा होता। घर में सबके खुशियाँ होतीं, हँसती बिटिया ना कभी रोती माँ की ममता ना दम तोड़ती, स्त्री का सदा सम्मान … Read more

जीवन जंग है

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** यह जीवन तो एक जंग है, यहाँ बदलता सबका रंग है सभी कहते,ओ शरीफ़ हैं, व्यवहार से,जमाना दंग है यह जीवन तो एक जंग है, यह जीवन तो एक जंग है। शराफत से जीना भी जंग है, गिरगिट-सा सबका रंग है शरीफ़ों को सब तड़पाते हैं, सच्चाई के नहीं कोई … Read more

उनका फोन आया है

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** उनका फोन आया है, वे कह रहे थे आज मुझको करना है कुछ काज, हमें घर पर बुलाया है उनका फोन आया है, उनका फोन आया है। पहले हमें सताते हैं, बाद में प्यार जताते हैं हँसने के लिए उन्होंने, आज एक गीत गाया है उनका फोन आया है, उनका … Read more

परिवार में है ताकत

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** जीवन में है भागा-दौड़ी, मुश्किल से मिलती फूटी-कौड़ी व्यस्तता के इस दौर में, मत भूलिए आचार-विचार करिए ऐसा कर्म सदा कि, खुश रहे जगत-परिवार इस पर हो जीवन न्योछावर, परिवार में ओ है पावर(ताकत)। मत तोड़िए परिवार से नाता, वहाँ बसते हैं जीवन के दाता भाई- बहन-भाभी और माता, इन्हें … Read more

नया बरगद,बूढ़े बाबा

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** “इसे ही ‘समय का फेर’ कहते हैं। आज मैं बेसहारा हूँ,लाचार हूँ,पर भगवन भक्ति से मुख नहीं मोड़ा है। यही कारण है कि मैं अपने वर्तमान को देख पा रहा हूँ। यहाँ बैठे-बैठे अपने साथ-साथ अतिथि भगवनों का भी पेट भर जाता है। समय-समय पर भक्ति-भजन और भंडारे का आयोजन … Read more

माँ खड़ग धारिणी

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** जय हो मैया शेरा वाली, महिमा तेरी है निराली जो भी दर पर तेरे आता है, मनवांछित फल वह पाता है कोई कहता अष्टभुजी माँ, कोई त्रिशूल की धारिणी जय हो माँ खड़ग धारिणी… जय हो माँ खड़ग धारिणी। जब-जब है धरा पर पाप बढ़ा, तब-तब है माँ का त्रिशूल … Read more

वाह री सुंदरता

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** वाह री सुंदरता,वाह वाह री सुंदरता, देखे जो तुझको,ओ बेबस हो जाए दिलों-जां सब,तुम पर वह है वारता, वाह री सुंदरता,वाह वाह री सुंदरता। हे सुंदरता तेरा अब क्या कहना, बिन देखे तुझको अब ना रहना तुम्हें देख कर मन है बहकता, वाह री सुंदरता,वाह वाह सुंदरता। चलना भी तुम्हारा … Read more

हिंदी है हिंद को जोड़ती…

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. हिंदी है हिंद को जोड़ती किसी को नहीं है छोड़ती, चाहे अमीर या हो गरीब यह नाता सबसे जोड़ती। कवियों को जीवन ज्योति मिले मन में कविता के सुमन खिले, हर दिल को है टटोलती हिंदी है हिंद को जोड़ती। चौदह सितम्बर को राजभाषा का दर्जा … Read more