‘हिंदी दिवस’ क्यों मनाया जाता है १४ सितम्बर को ?

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ १९१८ में गांधीजी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए कहा था,हिंदी भाषा को जनहित की भाषा गांधीजी ने बताया…

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हम तो शिक्षक हैं जी

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** सदा जलाते ज्ञान का दीप पाये उजाला जो आये समीप, हम समाज के रक्षक हैं जी हम तो एक शिक्षक हैं जी। सम भाव सम…

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`जन्माष्टमी` एक पौराणिक त्योहार

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. इस साल जन्माष्टमी कब है,इसके लिए लोग उलझन में हैंl कुछ जानकार लोगों का कहना है कि,भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी के…

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लीला गिरधारी लाल की

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कंस-वासुदेव की मित्रता की,गाथा बड़ी विशाल थी, देवकी प्यारी कंस की बहना,सुशील बड़ी सयान थी करता प्यार बहुत बहना से,वह उसकी…

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कश्मीर में तिरंगा

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** अखंड भारत का सपना पूरा हो गया,नहीं हुआ कोई दंगा, घाटी में जय हिंद हो गई,अब लहराएगा हर कोई तिरंगा। भारत के सेवक संघों ने,अब…

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तलाक…तलाक…तलाक…

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ रवि शंकर ने मारा है कानून का कंकर, तीन तलाक पेश किया संसद के अंदरl सभापति ने बिल भेजा राज्यसभा से राष्ट्रपति, कानून बन जाएगा डरेंगे…

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तुम बिन सूनी-सूनी गलियाँ

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ तुम बिन सूनी-सूनी ये गलियाँ कान्हा, वृंदावन छोड़कर मत जाओ कृष्ण कन्हैया। तुम बिन सूनी-सूनी हैं गलियाँ, नहीं दिख रहा है यहाँ कोई खेलैया। तेरे बिन…

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सर्वव्यापी भ्रष्टाचार

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** सब कहते हैं बचकर रहना, बहकावे में कभी ना बहना जनता हो चाहे सरकार, सर्वव्यापी है भ्रष्टाचार। सुनी है मैंने कथा-कहानी, भगवन रूप जैसे है…

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काँवर का पावर

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** देखो सुहाना सावन आया है, यह सबके मन को भाया है। कैलाश से भोले चले देवघर, यही है काँवर का पावर। बम बम बोलते चले…

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कारगिल की अमर जीत

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. हम कारगिल के समर विजय की गाथा गाते हैं, भारत के वीर सपूतों की वीरता को बताते हैं। जब पापी…

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