कभी प्यार
सुश्री नमिता दुबेइंदौर(मध्यप्रदेश)******************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से…. प्रिये,तुम उस दिन अपने में डूबी,शीतल बयार की सिहरन में सिकुड़ी बैठीकिसी ख्वाब की तरह स्वेटर बुन रही थी।मेरे आने से,तुम सकुचा गई थी,प्यार की गहरी लालिमातुम्हारे चेहरे पर छा गई थी।मैं मुस्करा रहा था,तुम लजा रही थी,किसी तरह तुमने समेटाअधबुना स्वेटर,और आँखों ही आँखों में … Read more