समझ ही लेती हो अनकही बातें
डॉ.हेमलता तिवारीभोपाल(मध्य प्रदेश)*********************************** माँतुम्हारे लिए,मेरे पास शब्दों से परे थी भाषाआज भी वैसी ही है भाषा,इतनी बातों के दरम्यानतुम समझ ही लेती हो,मेरी अनकही बातें। आज भी मैं ठिठक कर कहूँ कुछ भी,तुम्हारे पास मेरी बात का जवाबतैयार रहता है,मेरे साथ हुए धोखे-फरेब का समाधानभी तुम्हारे पास पहले से रहता है। घावों पर कौन सा … Read more