कुल पृष्ठ दर्शन : 576

You are currently viewing समझ ही लेती हो अनकही बातें

समझ ही लेती हो अनकही बातें

डॉ.हेमलता तिवारी
भोपाल(मध्य प्रदेश)
***********************************

माँ
तुम्हारे लिए,
मेरे पास शब्दों से परे थी भाषा
आज भी वैसी ही है भाषा,
इतनी बातों के दरम्यान
तुम समझ ही लेती हो,
मेरी अनकही बातें।

आज भी मैं ठिठक कर कहूँ कुछ भी,
तुम्हारे पास मेरी बात का जवाब
तैयार रहता है,
मेरे साथ हुए धोखे-फरेब का समाधान
भी तुम्हारे पास पहले से रहता है।

घावों पर कौन सा मरहम लगेगा,
सब तुम्हें पता है
रोज की परेशानियां,
बच्चों की तक़लीफें
अनगिनत चिंताएं,
तुमसे बात करते ही जैसे
गायब हो जाती हैं।

लगता है तुम्हें जादू आता है,
तुम्हें भी घूमना अच्छा लगता है
किराना-सब्जी लेने के बहाने,
तुम कार में बैठी रहती हो
और बैठे-बैठे एक और छोटी-सी,
दुनिया का चक्कर लगा लेती हो।

कई बार मैं व्यथित होकर,
कोरोना से काल कवलित हुए
परिचितों के बारे में बता देती हूँ,
लेकिन तुम्हारी निर्लिप्त सलाह
सुनकर मैं थोड़ा सम्हलती,
तो थोड़ा पछताती हूँ।

बिना तुम्हारी उमर की चिंता किए,
मैं आज भी वही छोटी बच्ची बन
जाती हूँ रोज दर रोज,
और मेरी जिन्दगी का एक
अहम हिस्सा तुम।

रोज मेरे साथ यूँ ही बतियाती,
रहो हमेशा
जब तक मैं जिऊँ,
तुमसे अपनी सब बातें यूँ ही
साझा करती रहूं।

मेरे पास तुम्हारे अलावा,
आज भी कोई दोस्त नहीं
कहीं अमृत मिले तो तुम्हें,
लाकर दे सकूं
अपनी छोटी-छोटी बातों को,
यूँ ही साझा करती रहूं।
तुम्हें यूँ ही तंग करती रहूं,
हमेशा…हमेशा…हमेशा॥

परिचय-डॉ.हेमलता तिवारी का जन्म १४ नवम्बर १९६५ को सागर में हुआ हैL वर्तमान में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में निवास है,जबकि स्थायी पता भोपाल(मध्य प्रदेश) हैL बी.एस-सी,(जीवविज्ञान)बी.ए.(संगीत), एम.ए (संगीत, इतिहास, दर्शन,लोक प्रशासन,एजूकेशनल सायकोलॉजी, क्लीनिकल साय.,आर्गेनाइजेशनल साय.)एल.एल.बी.,पी.जी.डी.(लेबर लॉ एंड इण्डस्ट्रियल रिलेशन)सहित पी.एच-डी.(इन क्लीनिकल साय.), एम.बी.ए.(वित्त और मानव संसाधन) की शिक्षा प्राप्त डॉ.तिवारी का कार्य क्षेत्र-नौकरी हैL सामाजिक गतिविधि के तहत आप व्यक्तित्व विकास प्रशिक्षक,परामर्शी सहित ज्योतिष लेखन में सक्रिय हैंL इनकी लेखन विधा-कविता,कहानी एवं आलेख हैL हिन्दी सहित अंग्रेजी का भाषा ज्ञान रखती हैं।

Leave a Reply