सावन…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ मनभावन- मस्ती भरा मौसम, यह सावन। सावन आया- मिट्टी की सौंधी-सौंधी, महक लाया। कली मुस्काई- काली-काली घटायें, नभ में छाई। थोड़ा झूम लें-…

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यादों का महीना

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ मधुर मिलन का है महीना, कहते जिसे सावन का महीना। प्रीत प्यार का है महीना, कहते जिसे सावन का महीना। नई-नवेली दुल्हन को, प्रीत बढ़ाता ये…

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‘बारिश-ए-दौरा’

सुनील जैन राही पालम गांव(नई दिल्ली) ******************************************************** ट्रेन का-बारिश का देर से आना और किसान का रोना कोई नई बात नहीं है। बारिश,किसान,कीचड़,जाम,सड़क का बह जाना, आदि-आदि नई बातें नहीं…

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वीर सैनिकों का शौर्य और सम्मान आज भी अमिट

  अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** आज २० साल बाद भी देश का हर व्यक्ति कारगिल युद्ध की शानदार जीत और हरल्ले देश पाकिस्तान की कायराना हरकतों को भूला नही…

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कारगिल गाथा

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. कालचक्र बोल रहा हूँ। मैं समय चक्र हूँ,निरन्तर गतिमान। आज फिर किसी ने मुझे पकड़ने की कोशिश की,पर मैं समय…

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विजय दिवस

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. आओ करें नमन उन अमर शहीदों को, कारगिल विजय दिवस पर जो देश हित बलिदान हो गये, अपना…

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जैसा करो,वैसा पाओ

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ जिंदगी में तमन्नाएं बहुत है, पर इरादे अटल नहीं, यदि होते इरादे अटल तो, क्यों भटकता यहां-वहां। इसलिए कहता जैन मद, खुद जियो औरों को भी…

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सैनिकों को नमन

आरती जैन डूंगरपुर (राजस्थान) ********************************************* कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. कितनी माताओं का पालना है टूटा, संगनी की मेहंदी का रंग है छूटाl आज भी कहती हैं कारगिल की सीमा,…

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साहस…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ तू जो चाहे, पर्वत पहाड़ों को फोड़ दे, हवा के बदलते रूख को भी मोड़ दे, अगर साहस से तू काम ले...। तू…

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छत्तीसगढ़ सरकार का विवेकहीन निर्णय

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** भारत देश में औसतन कोई भी व्यक्ति अधिक पौष्टिक नहीं है।अधिकांश कुपोषण से पीड़ित हैं,कारण सामान्य वर्ग को संतुलित आहार नहीं मिलता और निम्न एवं गरीबों…

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