जीवन सरिता बहती जाए

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ***************************************************************** जीवन सरिता बहती जाए कहीं न रुकने पाए,मन का सारा कलुष ज्ञान की गंगा में बह जाए। करूँ प्रार्थना तुमसे स्वामी मैं बालक नादान तेरा,मेरे हाथों…

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सत्यवादियों की बस्ती में झूठे भी

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ***************************************************************** जैसे सुख सपनों बीच कभीदु:स्वप्न कई आ जाते हैैं,फिर उड़ जाती है नींद सदा-वो स्वप्न हमें तड़पाते हैं। गर करता हो शुभ कर्म कोईदुनिया रोड़े अटकाती…

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वीरों का ही गुणगान गाइए

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** आजादी का दिन आया खुशियाँ अपार लाया,सब देशवासी मिल,पर्व ये मनाइये।आज हर घर घर,बच्चे बूढ़े नारी नर,शान अपने देश की,तिरंगा उड़ाइये। शहीदों को याद कर,पुष्प अंजुरी…

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फिर ये शुभ घड़ी आई

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. आजादी का दिवस लौट कर एक बार फिर आया है,कितना हाहाकार मचा था हमको याद दिलाया है। छोड़ गये अँग्रेज थे भारत…

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हे मात शत्-शत् तुम्हें प्रणाम

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** हे मात भारती करूँ शत्-शत् तुम्हें प्रणाम,खेला हूँ तेरी गोद में आँचल को तेरे थाम। माँ तेरे प्यार का कोई भी मोल नहीं है,मेरे लिए तो…

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सुदृढ़ बंधन राखी के दो तार

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. सबसे सुदृढ़ बंधन है ये राखी के दो तार,इन तारों में बँधा हुआ है बहन-भाई का प्यार।अपनी हमसाया से बँध गई मेरी प्रीत…

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रखो राम हृदय में सारे

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** श्री मर्यादा पुरुषोत्तम राम,सकल जगत के हैं सुखधामध्यान धरो नित सुबहो-शाम,बन जाते सब बिगड़े काम। आज्ञाकारी मात-पिता के,गुरु आज्ञा को सिर धर केमाँ कैकेई के वचन…

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याद मुझे भी कर लेना

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** जब सूरज किरणें ढल जायेजब शाम को अंधियारा छाये,जलते दीपक की लौ …पर जबजलने को पतंगा आ जाये,पलकों में हो जब अक्स मेरातब याद मुझे तुम…

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माँ ही ईश्वर

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** तू ही जननी तू ही पालक,तुमको शीश नवाऊँ मैंतेरी चरण-शरण पाकर के,जीवन के सुख पाऊँ मैंl तेरा हाथ सदा सिर पर हो,अभयदान पा जाऊँ मैंतेरी सेवा…

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दुश्मन को हमें जलाना आता है

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** हमको सोये दरिया में तूफान उठाना आता है,लहराती लहरों पर भी पतवार चलाना आता है। जितने भंवर पड़ें दरिया में इसकी है परवाह नहीं,कैसा भी दरिया…

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