जीवन सरिता बहती जाए
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ***************************************************************** जीवन सरिता बहती जाए कहीं न रुकने पाए,मन का सारा कलुष ज्ञान की गंगा में बह जाए। करूँ प्रार्थना तुमसे स्वामी मैं बालक नादान तेरा,मेरे हाथों कोई भी अपकर्म न होने पाए। दुनिया की है कठिन डगर मैं कैसे पार करूँगा,बस मेरी विनती है जीवन सरिता बहती जाए। दुनिया में आकर … Read more