दी श्रद्धांजलि माँ भारती

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** साश्रु राष्ट्र है कृतज्ञ, शहीद धीर-वीर साहसी दी कुर्बानियां जो देश पर, दी श्रद्धांजलि माँ भारती। फिर दंगाई उफन रहा, देश द्रोह कर रहा सीमान्त जांबाज वीर पे, घृणित तोहमतें लगा रहा। गद्दार है जो वतन, तान फन इन्द्रजाल पुलवामा शहीद पे, प्रश्न फिर उठा रहा। तोड़ने तुला … Read more

कैसे तुझे बधाई दे दूँ हे दिल्ली सरकार

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** निर्वाचन के महासमर में तूने बहुमत पाया है, झाड़ू लेकर इधर से उधर कचरा खूब उड़ाया है। लोकतन्त्र के शेर आप हो और सभी के बाप तुम्हीं- थोड़ा-सा बस कमल खिला,ज्यादा कुचला कुम्हलाया है। कांग्रेस जीरो पर अटकी,फिर भी चढ़ा खुमार, कैसे तुझे बधाई दे दूँ हे दिल्ली सरकार॥ चार … Read more

ट्रेन और शौचालय…!!

तारकेश कुमार ओझा खड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************************** ट्रेन के शौचालय(टॉयलेट्स) और यात्रियों में बिल्कुल सास-बहू-सा संबंध है। पता नहीं, लोग कौन-सा असंतोष इन शौचालय पर निकालते हैं। आजादी के इतने सालों बाद भी देश में चुनाव शौचालय के मुद्दे पर लड़े जाते हैं। किसने कितने शौचालय बनवाए,और किसने नहीं बनवाए,इस पर सियासी रार छिड़ी रहती … Read more

राष्ट्रभाषा हिंदी की बात करें

रंजन कुमार प्रसाद रोहतास(बिहार) *************************************************************** राष्ट्रहित की बात करें,न जन मन की बात करें, हिन्दू-मुस्लिम करने वाले जात धर्म की बात करे। भारतमाता गूंगी है,क्या उन बहरों से बात करें, भारतीय जनमानस के लिए राष्ट्रभाषा की बात करें॥ आजाद हुए भारत को कितने वर्ष बीत गए, भाषा से गुलाम हम जकड़ कर बिखर गए। हमारी … Read more

फरियाद नहीं करेगी

सूरज कुमार साहू ‘नील` भोपाल (मध्यप्रदेश) ***************************************************************** तू कहकर भी याद नहीं करेगी, तू चाहकर भी बर्बाद नहीं करेगीl सलामत हूँ मैं कई की दुआओं से, तू जानकर फरियाद नहीं करेगीl आज पैर को पकड़-जकड़ रखा है, कल ऐसा तू मेरे बाद नहीं करेगी। कह कितना भी लूँ तेरे दिल से मैं, ख़त्म लड़ाई का … Read more

कर स्वागत मधुमास

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** कुसमित मंजर माधवी,मुदित रसाल सुहास। कलसी प्रिया हिली डुली,कूक पिक उल्लास॥ नवयौवन सुष्मित प्रकृति,सजा-धजा ऋतुराज। खिली कुमुद पा चन्द्रिका,चाँद प्रीत सरताज॥ मधुशाला मधुपान कर,मतवाला अलिवृन्द। खिली कुसुम सम्पुट कली,पा यौवन अरविन्द॥ नवकिसलय अति कोमला,माधवी लता लवंग। बहे मन्द शीतल समीर,प्रीत मिलन नवरंग॥ नवप्रभात की अरुणिमा,कर स्वागत मधुमास। दिव्य … Read more

महँगाई

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* अब तो सुन लो ओ कन्हाई, खूब बढ़ी है अब महंगाई धनवान अति धनी हुए हैं- निर्धन की है आफत आई। बूढ़ी माँ क्यों कराह रही है, भूखे बच्चे सुला रही है महँगाई दम तोड़ रही है- झूठी लोरी सुना रही है। कब तक यह परीक्षा लोगे, कब तक दारुण … Read more

सखे

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** जोड़ो न नेह की डोर सखे, दुनिया का हृदय कठोर सखे। जग तेरे भाव न बूझेगा, घातक सवाल सौ पूछेगा। इल्ज़ाम लगाएगा हम पर, नज़रों से लूटेगा रहबर। होना मत आत्म विभोर सखे, जोड़ो न नेह की डोर सखे॥ है बहुत कठिन यह प्रेम पंथ, साक्षी हैं मौखिक लिखित ग्रंथ। … Read more

चलें करें मतदान हम

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** मनचाही खुशियों भरा,खिले कुसुम मुस्कान। महापर्व जनतंत्र यह,सभी करें मतदानll मत केवल अधिकार नहीं,देना भी कर्तव्य। करें सबल जनतंत्र को,संविधान ध्यातव्यll देशभक्ति पर्याय यह,समझें निज मतदान। निर्माता सरकार का,दें अपना अवदान॥ सोच समझ मतदान निज,प्रतिनिधि करें चुनाव। अवसर निज अधिकार का,बिना किसी दुर्भावll धीर-वीर प्रेमी वतन,हो उदार इन्सान। … Read more

जन विहीन जनतन्त्र

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** माता सरिस प्रकृति, सूरज,तारे,चाँद बन कर बारिश,शीत,तूफान बन कर, दिन-रात अनवरत रहती है आप-पास, उनके,जो आज भी प्रकृति की गोद में, गुजर-बसर करते हैं। संसद के सिंह द्वार से, सीधे आकाश मार्ग से विकास का सुनामी, हर पाँच साल बाद करने आबाद, आता है इनके पास कहता है कि- ‘मत … Read more