कालचक्र हूँ,इतिहास बनाता हूँ
सुश्री नमिता दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************** मैं कालचक्र हूँ,इतिहास बनाता हूँ मैं देख रहा था दिग्भ्रमित युवाओं ने, परिवार की परिभाषा भूल `लिव इन रिलेशनशिप` के नव आचार को अपनायाl संस्कारों की होली जलाई, बुजुर्गों को अपने प्यार से दूर कियाl और फिर, बीज बो दिए बबूल के आम की आस करते गए आँगन में `कैक्टस` … Read more