तू तमन्ना की चाँदनी
एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) ********************************************************* दोस्तों की महफ़िल में हुस्न की बात चली,हर जुबाँ से तेरे ही नाम की आह निकली। दिल की जुबाँ का हर चेहरा,काश! कशमकश की खामोशी निकली,तू ही ख़ाबों की शहजादी करम-किस्मत की इल्तजा निकली। हर क़ोई दीवाना तेरा,तेरे संग जिंदगी की अर्ज,आरजू का आदमी,हर दिल की तमन्ना की चाँदनी-चाँद निकली।सबकी … Read more