दस्तक
तारा प्रजापत ‘प्रीत’ रातानाड़ा(राजस्थान) ************************************************* न जाने क्यों ? आज मेरी नींद भटक रही है, तेरी यादों की गलियों में। ढूंढ रही है शायद वो गुज़रे लम्हें, जो गुज़ारे थे…
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March 3, 2019
तारा प्रजापत ‘प्रीत’ रातानाड़ा(राजस्थान) ************************************************* न जाने क्यों ? आज मेरी नींद भटक रही है, तेरी यादों की गलियों में। ढूंढ रही है शायद वो गुज़रे लम्हें, जो गुज़ारे थे…