दोस्ती चेहरे की मीठी मुस्कान होती है

राजकुमार जैन ‘राजन’ आकोला (राजस्थान) ****************************************************** मनुष्य का जीवन संघर्षों से भरा पड़ा है। कदम-कदम पर अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए किसी मित्र,सहयोगी की आवश्यकता होती है। कहा जाता है कि दोस्ती शब्द ‘दो+हस्ती’ से बना है। अर्थात जब दो हस्ती,दो शक्ति मिलती है तब मित्रता होती है। दोस्ती होने का सीधा अभिप्रायः है कि … Read more

निशान्त

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** रमेश बाबू अपने वर्तमान से संतुष्ट थे। स्थानीय पोस्ट ऑफिस में क्लर्क की नौकरी शुरू की थी,वहीं पर अब पोस्टमास्टर हो गये थे।सरल,मीठा बोल,सहनशीलता उनका चरित्र बन गया था। अपनी मनमोहक मुस्कान से हर आने वाले का दिल जीत लेते थेl उनके अनुभव की छाप उनके चेहरे पर साफ झलकती … Read more

जिंदगी तो आज ही है

राज कुमार चंद्रा ‘राज’ जान्जगीर चाम्पा(छत्तीसगढ़) *************************************************************************** जैसे आज गुजरा है कल भी गुजर जाएगा, वर्षों से जिस पल का इंतजार था आएगा… और वो पल भी गुजर जाएगा। कल की आस में आज को क्यों गवांए, मन में कोई झूठे सपने क्यों सजाए… वक्त की रफ्तार है न रुका था न रुकेगा आएगा, और … Read more

इंसानियत हुई लहुलुहान है

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** मन्दिर-मस्जिद का झगड़ा है राम-रहीम तो एक समान है, खून से खून जुदा हुआ… इंसानियत हुई लहूलुहान हैl हर कोई राजनीति की बिसात पर खेल रहा उठा-पटक की गोलियाँ, नैतिकता की धज्जियां उड़ी… बिखर गई हैवानियत को चोलियाँ। कहीं फूँक दी बसें तो कहीं रेल के डिब्बे जले, तो कहीं … Read more

बैंकिंग व अन्य वित्तीय संस्थानों में हिंदी का महत्व

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ झज्जर(हरियाणा) *********************************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. वित्तीय व्यवसाय सामान्यजन से जुड़ा है। पिछले २ दशक में बैंकिंग व अन्य वित्तीय संस्थानों का स्वरूप काफी बदल गया है। घंटों-घंटों कतार में खड़े रहने वाला,थका देने वाला माहौल आज कितना आसान हो गया हैl नई तकनीक के प्रचार व प्रसार,उसकी महत्ता,गुण,उपयोगिता ने आज मानव … Read more

हिन्दी हमारी भाषा है,इस पर अभिमान करें

राजकुमार जैन ‘राजन’ आकोला (राजस्थान) ****************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. भाषा किसी भी राष्ट्र की सामाजिक एवं सांस्कृतिक धरोहर की संवाहिका होती है और भाषायी एकता से ही राष्ट्र की अखण्डता सुदृढ़ होती है। कोई भी देश अपनी स्वयं की भाषा के बिना अपने राष्ट्रीय व्यक्तित्व को मौलिक रूप से परिभाषित नहीं कर सकता। भारत की … Read more

बदली मंजिल

राजकुमार जैन राजन आकोला (राजस्थान) ****************************************************** लिखना चाहूँगा तुम्हारा इतिहास, अतीत से जुड़े पलों को कुछ इस तरह पत्थर पर उकेरूँगा कि तुम, आज भी हो मेरे अहसासों में। मन के रेगिस्तान में, कुरेदे गए मेरे जख्मों को तुमने ही सिया था प्रेम के धागे और विश्वास की सुई से, मैं पिघलता रहा पल दर पल … Read more

नारी ही नारायणी

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ झज्जर(हरियाणा) *********************************************************************** ‘नारी’ माँ है, बहन है बीवी है, बेटी है और हाँ, एक मित्र भी सदा सर्वदा से, मैं तेरे इन रूपों की पूजा करता आया हूँ, परन्तु कब,जब तूने माँ बन कर, वात्सल्य से मीठी-मीठी लोरियाँ गा कर खुद गीले में रह कर मुझे सूखे में सुलाया है, तो मैंने … Read more

सपनों के सच हो जाने तक

राजकुमार जैन राजन आकोला (राजस्थान) ****************************************************** कई सपने, बांध कर रखे हैं जीवन की कुटिया में, रौशनी की छाँह तले जिसमें संजो रखा था हौंसला, नव उत्कर्ष के लिएl पानी के बुलबुलों-सी उठती हैं छिटपुट स्मृतियां, क्या होगा कविताएं लिखकर जिंदगी के अहम सवाल जब शब्दों में ढलते ही नहीं, अक्षरों की कैद से अर्थ कतराते … Read more

समर्थन

राजकुमार जैन राजन आकोला (राजस्थान) ****************************************************** यह जो मील के पत्थर महज पाषाण नहीं है, गति है,लय है हमारे चलने के साथ जीवन के साक्षी भी बनते हैंl जीवन में कुछ पल अपने अस्तित्व बोध में ऐसे भी होते हैं, जिनमें हम बुद्ध बन जाने को विवश होते हैंl खामोशियों में ही मन के सूने … Read more