जीना सीख लिया

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** धूप में,छाँव मेंअपनों से दुराव में,जीना सीख लिया। हार में,जीत मेंया हो प्रीत में,हँसना सीख लिया। अपनों के संग,परायों के संगया हो एकांत,रहना सीख लिया। सुख में,दु:ख मेंया हो भूख में,मुस्कुराना सीख लिया। घर में,बाहर मेंया हो कहर में,शान्त रहना सीख लिया। सत्य में,शांति मेंया हो क्रांति में,सहयोग देना सीख … Read more

नहीं खड़ा कोई भी रक्षक

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** बाँट रहा था मैं ज्ञान,सप्ताह के छह दिनहर दिन के छह घंटे,बच्चों पर रहा ध्यान। जीवन में था मेरा सम्मान,चल रहा था हर्षित जहानचलते-चलते लगा है ग्रहण,अब होता नहीं मुझे सहन। देखते-देखते शाम हो गई,सबेरा बीता मध्यान्ह खो गयादिन ढल गया व रात हो गई,अंधेरा छाया-प्रकाश खो गया। बच्चों का … Read more

योग-प्रकृति में ही सुरक्षित अपनी डोर

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** आओ बंधु सुनो सभी,कहता हूँ एक बात भली,विशिष्टता के चक्कर में जीवन शैली बदल डालीइसमें नहीं कोई स्थाई सुख जान लो तुम यह बात,सुख है अपनी संस्कृति और पर्यावरण के साथ। गर्भ से देते बच्चों को कैल्शियम-आयरन की गोली,जन्म से पुस्तक मोबाइल और वीडियो गेम का साथबड़े हुए तो काम,पैसा,कुर्सी … Read more

दूसरा दौर भयानक

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** संकट काल है भाई संकट काल,बचने को नहीं मिल रही हमें ढाल।रखो सभी हृदय से अपना ख्याल,‘कोरोना’ ने मचा रखा है भारी बवाल। कोरोना जो जहां से भाग गया था,पुनः मजबुत हो लौटकर आया है।आते ही होकर क्रोधित मंडराया है,फिर जग को वह बहुत डराया है। अब वह रह-रहकर बदल … Read more

ईश्वर,विद्यालय खोल दो तुरंत

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** जाने दो विद्यालय हमें,करो ना अब तुम तन्हाई।बहुत डराया ‘कोरोना’ हमें,भाग अब इसमें तेरी भलाई। दोस्तों का साथ छूटा,गुरुजी का दुलार छूटा।छूट गया हँसी का संसार,बंद हो गया ज्ञान का भंडार। पहले जाकर पीछे बैंच बैठना,मजे से दोस्तों का टिफ़िन खाना।पढ़ना-लिखना दोस्तों के साथ,लगती हमें यह सपनों की बात। कोरोना … Read more

लौटकर आ गया ‘कोरोना’

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** बीत गया है बीस का कहर,भरने लगी गली-गली शहर।भूल गए सावधानी की डगर,गया नहीं है कोरोना का कहर। आते-जाते लोगों के संग,देखा गया कोरोना का रंग।रंग अब बहुत गहराया है,पुनः कोरोना हमें डराया है। कोरोना को हम दे रहे थे मात,देते-देते सावधानी का छूटा साथ।देखो जी अब बिगड़ गई है … Read more

मानवता का सम्मान करें

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** चलो चलें हम काम करें,काम करें और काम करें।कभी ना हम विराम करें,जग में रह कुछ नाम करें॥ पढ़-लिख हम बढ़ेंगे आगे,जोड़ेंगे हम प्रगति के धागे।मन में मेरे मनुष्यता जागे,संस्कृति हमसे दूर न भागे॥ भाग्य-सी बात ना करें हम,कर्म को साथ ले चलें हम।कदम-दर-कदम बढ़े कदम,लक्ष्य पूर्व ना रोकेंगे कदम॥ … Read more

सत्य ही साख

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** सत्य है भाई साथी अपना,पर लोग धन के साथ हैंजिसके पास न होता धन,कोसता सत्य दिन-रात हैसमय-समय की बात है। सत्य है जग में सबसे ऊपर,पर लोग भटकते हैं धन परअसत्य पथ पर जाते गुजर,इंसानों पर वे बरसाते कहरभटक गए युवा अपनी डगर। आज करते लोग धन की पूजा,धन सिवा … Read more

हृदय होगा ना कभी दूर

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** विदाई विशेष…… होंगे दूर कल से सभी को है विदाई,आज प्रत्यक्ष यह दुखद घड़ी है आईबधाई हो तुम्हें तुम्हारी यह विदाई,रहे याद सदा दिलों की होगी न रिहाई।होंगे दूर कल से सभी को है विदाई… आँखें हैं नम दिलों में है उमंग,आज यह कैसी घड़ी है आईछूट रहा है हमारा … Read more

बदल गया इंसान

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** चाँद न बदला,सूरज न बदला….न बदला है भगवान,बस बदल गया इंसान। दिन न बदला,रात न बदली….न बदला है ज्ञान,बस बदल गया ध्यान। गुरु न बदला,शिष्य न बदला…न बदला है गुरुज्ञान,बस बदल गया इन्सान। राजा न बदला,प्रजा न बदली…न बदला है दीवान,बस बदल गया ईमान। आस न बदली,पड़ौस न बदला..न बदला … Read more