सवाल अवश्य करना चाहिए कि,अपराध क्यों ?

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** आजकल हमारे चारों ओर का वातावरण अपराधमय हो गया है। वर्तमान समय में किसी भी दिन के समाचारों पर ध्यान दिया जाए तो अपराधिक समाचार…

Comments Off on सवाल अवश्य करना चाहिए कि,अपराध क्यों ?

शीश मेरा उनके नाम

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** यही पर हमें जीना है,यही पर हमें मरना हैबीच जीवन में हमको,कार्य अनुपम करना है। जिनसे मिला जी यह तन है,जोड़े रखे जो मन से…

7 Comments

विश्व कल्याण

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ********************************************************************** मिलाओ नजरें तो इसारे छोड़ दूँ,मिले हौंसला गर तो उमंगें भर दूँदिखाया रास्ता तो मंजिल जोड़ दूँ,तुम अगर साथ दो तो तारे तोड़ दूँ। यह…

4 Comments

कलियुग में रावण

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) *********************************************************************** कल रात सपने में आया था रावण,कहने लगा-'बहुत कर लिया सहन,युगों से कहते मुझे अत्याचारी रावणकरते हो हर वर्ष दशहरे में मेरा दहन,द्वापर था पावन…

7 Comments

कोरोना:कर्म एवं कर्तव्य

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) *********************************************************************** 'कोरोना' एक विषाणु है जो एक मानव से दूसरे मानव में फैलता है। आज तक की महामारियों के इतिहास में जितने भी विषाणु जिम्मेवार हैं,उनमें…

4 Comments

मानव का कल्याण

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** पैसा-पैसा करता फिरा, अंत नहीं आया काम। दान-पुण्य जिसमें भरा, पहुँचा वही प्रभु के धाम। धर्म और कानून एक समान, तनिक ना अंतर…

6 Comments

अभी संकट गहरा है

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** वो यहाँ-वहाँ ना जाने कहाँ-कहाँ, मौत ही मौत का केवल पहरा है... दिखता नहीं अवसर सुनहरा है, चारों ओर अभी संकट गहरा है।…

3 Comments

अभी घर में रहना है

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** अभी घर में रहना है, नहीं कुछ भी कहना है छोड़ बाहरी तथ्यों को, घर में संयोग तलाशना है। अभी घर में रहना…

3 Comments

प्रत्यक्ष भगवान

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** पिता के तुम ही हो सहारे, माता के हो तुम राजदुलारे। पर कर उनका त्याग आज, करता है मानव सेवा काज। देख माता-पिता…

8 Comments

सुरक्षित बनाओ समाज

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** रूठ गया काम छूट गया दोस्तों का मिलना, प्रेमी का प्रेम छूटा छात्रों का छूटा पढ़ना। घर से बाहर निकलना हो गया है…

6 Comments