अंतस दियरा बार
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* अंतस दियरा बार रे मानुष, अंतस दियरा बार। तेरा-मेरा क्यों सोचे है, जाना है हाथ पसार। रे मानुष...॥ जग है ये काजल की कोठी,…
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* अंतस दियरा बार रे मानुष, अंतस दियरा बार। तेरा-मेरा क्यों सोचे है, जाना है हाथ पसार। रे मानुष...॥ जग है ये काजल की कोठी,…
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* पपीहे की आवाज़ सुनाई देती है, करुणासिक्त पुकार सुनाई देती है तुम आए हो ऐसा लगता है मुझको, कदमों की पदचाप सुनाई देती है।…
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* पारो तुम नायिका हो शरतचन्द्र के 'देवदास' की, काल्पनिक या कि वास्तविक मैं नहीं जानती, पर तुम मेरे अवचेतन में जीवन्त रही हर पल।…
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. प्यारे बच्चों तुम्हें बताऊँ, एक काम की बात। इसको रखना होगा, तुमको हरदम याद। चाहे रहो स्कूल में, या…
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* क़तरा-क़तरा पिघलेंगी रातें तब... ख़ामोश निगाहें ढूँढा करेंगी... रातों के काले सायों में तुमको...। चाँद का मायूस चेहरा देखकर, सितारों की आँखें भी नम…
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* अपनी अनन्त यादों... तुम्हारे असंख्य वादों के साथ जी रही थी मैं। मन कहता रहा.. तुम आओगे...जरूर आओगे, एक दिन! जाते हुए कहा था…
रेखा बोरा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ************************************************************* मेरे अहं ! मेरे और तुम्हारे बीच लगातार... चलता रहता है घोर युद्ध... जिसमें अच्छी लगती है, तेरी पराजय मुझको... मेरे अहं! तुम नहीं…