मैं जायदाद क्यूँ…?
ज्ञानवती सक्सैना ‘ज्ञान’जयपुर (राजस्थान) ******************************************** नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस)…. हम नदी के दो किनारे हैं,जब चलना साथ हैतो इतना आघात क्यूँ,तुम तुम हो तोमैं मैं क्यूँ नहीं,मैं धरा हूँ तोतुम गगन क्यूँ नहीं,मैं बनी उल्लास तोतुम विलास क्यूँ,मैं परछाईं हूँ तुम्हारी,फिर अकेली क्यूँ ? तुम एक शख्सियत हो,तो मैं मिल्कियत क्यूँतुम एक व्यक्ति … Read more