ग़ज़ल के चलते-फिरते विश्वविद्यालय थे डॉ. दरवेश भारती
संदीप सृजनउज्जैन (मध्यप्रदेश) *************************************** श्रद्धांजलि:स्मृति शेष...... 'जितना भुलाना चाहें भुलाया न जायेगा,दिल से किसी की याद का साया न जायेगा।'इस संजीदा अशआर को कहने वाले डॉ. दरवेश भारती जी ३ मई…