गांडीव तुम्हें उठाना होगा
सुनील चौरसिया ‘सावन’ काशी(उत्तरप्रदेश) *********************************************** हे अर्जुन! अब गांडीव तुम्हें उठाना होगा, दुश्मन को दम दिखाना होगा। करोगे कब तक `मन की बात`, सहोगे कब तक ये उत्पात श्वान शेर पर वार करे, शेर श्वान से डरे,मरे ? इस अन्धेरी रात में न्याय-सूर्य उगाना होगा। अब गांडीव तुम्हें उठाना होगा, दुश्मन को दम दिखाना होगाll … Read more