तो बेजान होता संसार
वर्षा तिवारीमुम्बई(महाराष्ट्र)*************************************** रोशनी अगर न होती तो,सारे जग में छा जाता घोर अंधकाररोशनी अगर न होती तो,कैसे पाते हम सूरज का प्यार ?न टिमटिमाते तारे,नीले नभ में सारेन पहुँचाता खुशियाँ,बच्चों का चंदा मामा।पौधे न निकलते,न सुंदर फूल खिलते।रोशनी अगर न होती,तो बेजान होता यह संसार॥ooooooo