ओ मेघ अब तो बरस जा

संजय वर्मा ‘दृष्टि’  मनावर(मध्यप्रदेश) ********************************************************************************** सूखी धरा तरसे हरियाली, जाती आबिया लाएगी संदेशा माटी की गंध का होगा कब अहसास हमें गर्म पत्थरों के दिल कब होंगे ठंडे, घनघोर घटाओं को देख नाचते मोर के पग भी अब थक चुके, मेंढक को हो रहा टर्राने का भ्रम ओ मेघ अब तो बरस जा…। छतरियां,बरसाती भूली … Read more

यह दिन समर्पित है भारत के वीर जवानों को

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’  भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. यह दिन समर्पित है भारत के वीर जवानों को… जिन्होंने ‘कारगिल युद्ध’ को सफल बनाया, कारगिल की चोटी पर तिरंगा लहराया उन देशभक्तों के संघर्ष को याद करने का…, उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पण करने का…l यह दिन समर्पित है भारत के वीर जवानों को… जिन्होंने … Read more

तुम्हारी छतरी

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’  भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ ये तुम्हारी दी छतरी, खोली तो… दिल में यादों के, सागर उमड़ गये मन में तरंगें उठने लगी। ये तुम्हारी छतरी, मुझे याद दिलाती है तुम्हारी… माना कि, रंगहीन और पुरानी हो चुकी है तुम्हारी दी छतरी… कहीं मटमैली, तो कहीं जंग लगी मगर, आज भी यादें रंगीन हैं, … Read more

फिल्मकार ने सच्चाई दिखाई है समाज को

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’  भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ मुद्दा: ‘आर्टिकल-१५’…………….. ‘आर्टिकल-१५ फ़िल्म निर्माता की जीभ काटने वाले को सात लाख का ईनाम’…, शीर्षक पढ़कर आपके मन में भी कई प्रश्न उठ रहे होंगे..पर एक दैनिक अखबार के अनुसार युवा ब्राह्मण महासभा ने कहा है कि ब्राह्मणों को फिल्म ‘आर्टिकल-१५’ ने ठेस पहुँचाई है,जीभ काटने वाले को ईनाम … Read more

ज़िंदगी का सफर

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’  भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ कुछ इस तरह मैंने… ज़िंदगी के सफर को, खुशनुमा बना लिया….। मुश्किल था यूँ चलना, इसे आसां बना लिया…। हर कदम पर थी ठोंकरें, इन्हें पार करने का इरादा बना लिया…। ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव में, खुद को पका लिया…। कई मौसम बदले, सभी मैं खुद को ढाल लिया…। गम … Read more

उड़ान

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’  भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ क्यों मैं ही हर बार दमन करूं, अपनी ख्वाहिशों का…? क्यों मैं ही हर बार दफन करूँ, अपनी ख्वाहिशों को…? अपने ही हाथों से क्यों घोट दूं गला, अपनी हर ख़्वाहिश का…? सदियों से, अब तक यही तो करती आई हूँ, घुट-घुट के जीती आई हूँ खोखली परम्पराओं में … Read more

हमारा बजट

विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश)  ************************************************ आम बजट की तैयारी थी शासन-प्रशासन स्तर पर गहमागहमी वाला माहौल था। आज का बजट कैसा होगा ? घाटे का या मुनाफे का,यह आमजनों के बीच चर्चा का विषय था। ठेले पर एक सब्जी विक्रेता सब्जी बेच रहा था,जो सुबह से शाम तक यही सुनता रहा कि आज बजट … Read more

एक विश्लेषण-उपन्यासों में ग्रामीण जीवन

विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश)  ************************************************ उपन्यास आधुनिक युग की उपज है,उपन्यास वास्तविक जीवन की काल्पनिक कथा है। मुंशी प्रेमचंद के शब्दों में “मैं उपन्यास को मानव जीवन का चित्र मात्र समझता हूँ। मानव चरित्र पर प्रकाश डालना और उसके रहस्यों को खोलना ही उपन्यास का मूल तत्व है।” न्यू इंग्लिश डिक्शनरी अनुसार-“वृहद आकार गद्द्याख्यान … Read more

बहुत प्यारे हॊ तुम

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’  भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ जो भी हो बहुत प्यारे हो तुम, मेरी आँखों के तारे हो तुम…। न चाहते हुए भी,तुझे चाहना, न सोचते हुए भी,तुझे सोचना…। मेरी चाहत बन गए हो तुम, मेरी आदत बन गए हो तुम…। मेरी रग-रग में बस गये हो तुम, मेरी ज़िंदगी बन गये हो तुम…। जो … Read more

महिला अत्याचार-हैंडल और पाने..सोच बदलने की जरुरुत

विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश)  ************************************************ पुनः समाचार पत्रों में एक हृदयविदारक घटना पढ़ने को मिली। शल्यक्रिया में मोटर साईकल का हैंडल निकला और कोख को भी निकालना पड़ा….l निर्भया कांड हम अभी भी भूले नहीं हैं। पूर्व में भी महिला अत्याचार,हत्या के क्रूरतम तरीके देखने सुनने और पढ़ने को मिले हैं। ऐसा लगातार हो … Read more