पागल
अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’ भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ जब आप प्यार से 'पागल' बोलते हो न, कसम से बता नहीं सकती मेरे ये यहसास..! ऐसा लगता है जैसे, सीधे दिल में उतर…
अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’ भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ जब आप प्यार से 'पागल' बोलते हो न, कसम से बता नहीं सकती मेरे ये यहसास..! ऐसा लगता है जैसे, सीधे दिल में उतर…
विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश) ************************************************ मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… बेटी का जन्म होता है तब उसको कई रिश्ते मिलते हैं। भुआ,भतीजी,बहन...जब बड़ी होती है शादी होती है,तो बहू और…
हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी संजय वर्मा ‘दृष्टि’जी का ०२ मई को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..
विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश) ************************************************ हैदराबाद ट्रेनिंग के दौरान एक महिला जो मिश्रा थी बिहार से, आयु भी करीब उस समय ५९ के आसपास थी। राखी का दिन था।…
विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश) ************************************************ व्यावसायिकता के इस समय में अशासकीय शिक्षण संस्थान बच्चों का बचपन फीस के लिए न छीनें तो अच्छा हैl बच्चों को मामा-भुआ के यहां…
विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश) ************************************************ भारत देश ऋषि-मुनियों की धरा रही है।सन्त-महात्माओं के चमत्कार और देवभूमि पर चमत्कारित औषधियाँ मानव जीवन के कल्याण के लिए उपयोगी रही हैं। वर्तमान…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश) ********************************************************************************** मोबाईल का सभी के पास होना अनिवार्य हो गया। जीवन की आश्यकताओं में मोबाईल भी शामिल हो ही गया। पुराने समय में चिठ्ठी-पत्री कबूतर,और धीरे-धीरे…
विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश) ************************************************ देश में केबल और विज्ञापन वार चल रहा है। केबल कनेक्शन के साथ विभिन्न पैकेज लेना पड़ रहे हैं और धन भी ज्यादा देना…
अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’ भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ फाग आया,मचले मन उमंग, तन में सागर उमड़े,धड़कन हुई तरंग कैसे खेलूं फाग,जब तुम नहीं हो संग...l सपनों में सजते,अरमानों के रंग, कर लूं…
अंतुलता वर्मा 'अन्नू' भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ नारी तुम मात्र नारी नहीं हो... सृष्टि के आरंभ की शिला हो तुम...। जगत-जननी हो तुम, सूर्य का तेज हो तुम। समुद्र की गहराई…