मानसी जोशी,
अल्मोड़ा (उत्तराखंड)
********************************
वसंत पंचमी स्पर्धा विशेष …..
देखो आया बसंत पंचमी का त्यौहार,
लेकर आया खुशियाँ हजार।
घर-घर है खुशियां आई,
देखो खेतो में हरियाली आई
किसान भी देखो मस्ती में झूमे,
देखो सबके मुख पर खुशियां आई।
देखो आया बसंत पंचमी का त्यौहार,
लेकर आया खुशियाँ हजार…॥
देखो कोयल भी झूम रही है,
अपनी आवाज़ से सबको मोहित कर रही है
उन रंग-बिरंगे फूलों को देखो,
मस्त हवाओं में झूम रहे हैं।
देखो आया बसंत पंचमी का त्यौहार,
लेकर आया खुशियाँ हजार…॥
देखो नदिया भी क्या झूम रही है,
कल-कल करके संगीत सुना रही है
उस सूरज को भी देखो,वो भी क्या रोशनी दे रहा है,
खुले आसमान में देखो,वो भी क्या चमक रहा है।
देखो आया बसंत पंचमी का त्यौहार,
लेकर आया खुशियाँ हजार…॥