अंतरविद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता कराई

मुम्बई (महाराष्ट्र)। राजस्थानी सम्मेलन एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित कुड़ीलाल गोविंदराम सेक्सरिया सर्वोदय विद्यालय में १२ सितम्बर को अंतरविद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि साहित्यकार केशव राय…

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करो हिंदी का सम्मान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* हिंदी संग हम... हिंदी में तो शान है, हिंदी में है आन।हिंदी का गायन करो, हिंदी का सम्मान॥ हिंदी की फैले चमक, यही आज हो ताव,हिंदी…

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‘हिंदी’ भारत का मान

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* हिंदी संग हम... हिंदी प्यारी है हमें, यही हिन्द की शान।हमको इस पर गर्व है, यह भारत का मान॥यह भारत का मान, सदा ही दिल में…

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करो सार्थक

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** हिन्दी संग हम... तुम लेखकतुम्हारी कलम हूँकरो सार्थक। हिंदी है भाषाहिंदी है अभिलाषाशब्द-शब्द में। महत्व जानोबिन भाषा नहीं हैमोल तुम्हारा। नहीं होती हैकठिन कोई भाषासमझो…

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हिन्दी के संग

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* हिन्दी संग हम... सारी दुनिया है किसी न किसी के संग,हम हैं राजभाषा-राष्ट्रभाषा हिन्दी के संग। आज हर तरफ इसका ही है बोलबाला,हर कोई…

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हिन्दी हमारी

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** हिन्दी संग हम.... प्यार करें हम हिन्द से,हिन्दी का हम बनें सहारागर्व करें हम हिन्दी पर,हिन्दी है अभिमान हमारा। छंद, अलंकार से सुसज्जित,हिन्दी भाषा सबसे प्यारीमन-भाव के…

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भारत की पहचान हिन्दी

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* हिंदी संग हम.... हर जन की पहचान है हिन्दी,भारत की शान है हिन्दी। जन गण मन भारत का गान है,हिन्दी हमारी शान है। हिन्दी हमें ज्ञान…

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चमकती बिन्दी ‘हिन्दी’

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* हिन्दी संग हम... हे भारत माता, करती हूँ आपको सादर नमन,'हिंदी दिवस' में हे माता, आपको वंदन। भारत में ऐसे छा गई है, हर घर में…

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हिन्दी भारत के मस्तिष्क का तिलक

ललित गर्गदिल्ली************************************** हिंदी संग हम... राजभाषा कही जाने वाली हिंदी भाषा अपने ही देश में घोर उपेक्षा की शिकार है, बावजूद आज दुनिया में तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली…

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अहिल्या का अभिशाप

रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** याचक बनकर आए इन्द्र, अहिल्या के द्वार,कैसे स्वागत करे देव का, अचम्भित थी अपार। जान गई उनकी मंशा, न थी इतनी नादान,इतनी तो पतिव्रता स्त्री में होती…

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