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शब्द सुमन

सौदामिनी खरे दामिनी
रायसेन(मध्यप्रदेश)

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कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष……….


भारत माँ के बेटों की शहादत,
पर कुछ शब्द सुमन अर्पित है।
है नयन सजल और दिल बोझिल है,
देशप्रेम के जज़्बातों से
सजे कुछ भाव समर्पित है।
तन समर्पित मन समर्पित,
और कर गये जीवन समर्पित।
विजेता की पताका फहराई,
कारगिल युद्ध में फतह पाई।
माँ भारती के सपूतों को मेरा,
है बारम्बार नमन,शत-शत नमन।
बलिदान न उनका व्यर्थ जाने देगें,
जब दुश्मन वतन पर आँख उठाएगा
हर बार मुँह की खाएगा।
सत्यमेव जयते का सूत्र कभी न भूलें,
उन वीरों का बलिदान याद रखेंगे॥

परिचय-सौदामिनी खरे का साहित्यिक उपनाम-दामिनी हैl जन्म-२५ अगस्त १९६३ में रायसेन में हुआ हैl वर्तमान में जिला रायसेन(मप्र)में निवासरत सौदामिनी खरे ने स्नातक और डी.एड. की शिक्षा हासिल की हैl व्यवसाय-कार्यक्षेत्र में शासकीय शिक्षक(सहायक अध्यापक) हैंl आपकी लेखन विधा-गीत,दोहा, ग़ज़ल,सवैया और कहानी है। ब्लॉग पर भी लेखन में सक्रिय दामिनी की लेखनी का उद्देश्य-लेखन कार्य में नाम कमाना है।इनके लिए प्रेरणापुन्ज-श्री प्रभुदयाल खरे(गज्जे भैया,कवि और मामाजी)हैंl भाषा ज्ञान-हिन्दी का है,तो रुचि-संगीत में है।

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