नारी की श्रद्धा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** नारी तुम केवल एक श्रद्धा हो, नारायण है परछाई तेरी दुर्गा बन असुरों का संहार किया, कल्याणी बन सुर को तार दिया। नारी है देश प्रेम की गौरव-गाथा, नारी है विश्व-विधाता,ज्ञान पताका। नारी के बल का तौल नहीं,सतीत्व है पहचान, त्रिदेव झूले पलने,बनकर बाल भगवान। नारी ममता की मूरत,करूणा का सागर, … Read more

घर की शोभा नारी

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़र देवास (मध्यप्रदेश) ******************************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… मैंने अकेले रहते हुए, घर में हर सुख सुविधा जुटाई। लेकिन- वो ख़ुशी कभी न पाई , जो माँ,बहिन,बेटी,बहू,भाभी के रहने से होती है। सच पूछो तो घर कितना ही बड़ा हो, पर घर की शोभा नारी ही होती है। आलीशान महल बनाया, सुख-सुविधा … Read more

मैं बिटिया

दीपा पन्त शीतल बीकानेर(राजस्थान) *************************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… मैं बाबा की प्यारी,माँ की दुलारी, छोटी-सी अंगना में खेलूं। कलाई में भइया की राखी बनूँ, देहरी में दिए की बाती बनूँ॥ मैं बाबा की प्यारी… कदमों से नन्हें घर भर में खेलूं, तुतलाती बोली में माँ-बाबा बोलूं। ढक लूं हथेली से माँ तेरी पलकें, … Read more

मैं स्त्री

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… फूल नहीं तेरे जीवन का उपवन हूँ, निहार मुझे,तेरी बगिया की तितली भी मैं मैना भी मैं ही हूँ, चिरैया अपने बाबुल की मैं जरूर हूँ। चहक-चहक बेटी का फर्ज निभाया है, बहन बन रिश्तों को महकाया है बांध लाये तुम सप्त पदी में मुझे, … Read more

महिला सशक्तिकरण

हेमलता पालीवाल ‘हेमा’ उदयपुर (राजस्थान ) *************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी को मत बाँधो जंजीरों से, रीत-रिवाज की प्राचीन बंदिशों से। खोलो अब तो सारे बँधन पुराने, लेने दो श्वाँस अब उसे खुली हवाओ में। अपनी आजादी का दायरा जानती है, मर्यादा का आवरण वह पहचानती है। संस्कृति व संस्कारों की ओढ़,ओढ़नी, वह … Read more

नारी काली है

आरती जैन डूंगरपुर (राजस्थान) ********************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… एक नारी दूसरी नारी को समझेगी, तब सम्मान की बगिया खिलेगी। खुशी से निभाओ अपना हर फर्ज, आँसू का सूत समेत चुकाना कर्ज। मानती हूँ हर रिश्ता है तुम्हारी जान, पर मत भूलना,प्यार से बड़ा है मान। बेशक आएगा तुम्हारे ख्वाब में एक नवाब, पर … Read more

घर से सड़क तक दौड़ता मन

डॉ.हेमलता तिवारी भोपाल(मध्य प्रदेश) ********************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… घर से सड़क तक दौड़ता मन बेचैन मन उद्वेलित,आशंकित सशंकित भटक रहा इधर-उधर, कभी खिड़की कभी दरवाजे,और कभी सड़क तक दौड़ता मन…। अब तक न आया जीवनसाथी, अब तक न आयी जीवन जननी और अब तक न आयी इकलौती बहन घर से सड़क तक दौड़ता … Read more

मुझे जिंदा रहने दो…

इलाश्री जायसवाल नोएडा(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… कुछ अनकही कहने दो, सपनों को बुनने दो… मेरी आवाज़ को जिंदा रहने दो। बहुत उठाए जिम्मेदारियों के बोझ, साँझ-सवेरे हर रोज़… पर कुछ हकों को जिंदा रहने दो। थक के गहरी नींद आ गई, कभी चिंताओं से नींद उड़ गई… पर खुली आँखों का सपना … Read more

नारी

विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश)  ************************************************ ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… अबला-अबला-अबला है इस देश की नारी, भारतीय संस्कृति के झूले पर टंगी रहती है बेचारी। एक माँ के रूप में इसकी ममता है न्यारी, रक्षा बंधन के कारण वह है सबकी प्यारी॥ दादी के रूप में सुनाती है वह अच्छी-अच्छी कहानी, भाभी के रूप … Read more

झुमके वाली बेजुबां…

शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** बात मार्च माह की है,जब सर्दियों का मौसम धीरे-धीरे खिसक रहा था और ग्रीष्म ऋतु दहलीज पर थी। विवान अपनी कक्षा १२वीं की परीक्षाओं की तैयारियों में पूरी तरह से व्यस्त था,क्योंकि विवान ने पहले से निश्चय कर लिया था कि इस वर्ष वह प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करेगा। बस … Read more