अहंकार
मनोरमा चन्द्रारायपुर(छत्तीसगढ़)******************************************************** सारे जग से प्रेम कर,दंभ कपट कर त्याग।अहंकार को नित तजो,कर जीवन बेदाग॥ तेरा अपना कुछ नहीं,दिया तुझे श्रीनाथ।अहंभाव सब व्यर्थ है,कर्म चले नित साथ॥ अहंकार से तन जले,होता हृदय अशांत।सत्य कथन है जान यह,मान नहीं तू भ्रांत॥ धन वैभव सुख संपदा,क्षणभंगुर है जान।अहंकार की आड़ में,मत खोना पहचान॥ अहंकार से यश घटे,है … Read more